Riteshwar Mahaprabhu on Mahant Narendra Giri Death: अपने लखनऊ प्रवास पर आए श्री आनंदम धाम वृंदावन के सदगुरु श्री रितेश्वर महाप्रभु (Riteshwar Mahaprabhu) ने एबीपी गंगा से अध्यात्म से लेकर महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) और राजनीति तक तमाम मुद्दों पर बात की. उन्होंने महंत नरेंद्र गिरि को लेकर कहा कि, अगर ये हत्या है तो इसकी जड़ में गद्दी, संपत्ति, वर्चस्व की लड़ाई या ईगो निकलकर आएंगे. अगर आत्महत्या है तो निकलकर आएगा कि, कैसे बदनाम कर दें. अगर आत्महत्या निकालकर आयी तो जवाबदेही बढ़ जाती है हम सबकी. संत समाज को जवाब देना पड़ेगा, भारत की दशा दिशा तय होगी.
लोग सवाल जरूर पूछेंगे
उन्होंने कहा कि, ऐसे में ज़ाकिर नाईक और उनके जैसे लोग अध्यात्म को लेकर जरूर सवाल पूछ लेंगे. हमे देखना होगा चूक कहां रह गयी. विश्वामित्र से भी गलती हुई, लेकिन दोबारा वक्त आया तो रंभा को पत्थर का बना दिया. भगवान राम ने विवादित व्यक्ति को गुरू बनाकर एक संदेश दिया. इंसान से गलती हो सकती, लेकिन उससे सीखना चाहिए. झूठा आरोप लगा तो जीकर साबित करेंगे. समझना होगा कि चोर हैं और कोई चोर कहता तो दुख कैसा और चोर नहीं है लेकिन कोई चोर कहता तो दुख कैसा. कुछ भी निकलकर आये दोनों ही अवस्था मे सनातन धर्म मजबूत और विजयी होगा.
492 साल बाद मिला इंसाफ
राम मंदिर और आगामी चुनाव पर सदगुरु श्री रितेश्वर महाप्रभु ने कहा कि, 492 साल बाद इंसाफ मिला है. रामराज्य की परिभाषा है वो राज जिसमे निशुल्क उत्तम शिक्षा, निशुल्क चिकित्सा और निशुल्क व अविलंब न्याय हो. राम की अयोध्या कहने में 492 साल लग गए, ये कैसी न्याय पद्दति? विभिन्न दलों के राजनेताओं के अयोध्या जाने पर उन्होंने कहा कि, सभी को अयोध्या जाना पड़ेगा. ओवैसी भी अयोध्या गए. ओवैसी के पूर्वजों का मंदिर बनने वाला, उनके पूर्वज भी वही थे. मैंने पहले ही कहा था कि, अगर ओवैसी राम मंदिर देखने जा रहे तो ठीक, लेकिन इसके विरुद्ध बोलने जा रहे तो विरोध करना चाहिए. उन्होंने कहा कि, आगामी चुनाव में राम मंदिर का प्रभाव रहेगा. सरकार कमजोर होती तो केस नहीं जीत पाते, मजबूत सरकार का इरादा रहा. इस बार अयोध्या केंद्र में रहेगा.
राष्ट्रवाद के नाम पर हो वोटिंग
सदगुरु श्री रितेश्वर महाप्रभु ने कहा कि, सरकार जनसंख्या नियंत्रण कानून छोड़े और समान नागरिक सहिंता कानून लागू कर दे. उन्होंने कहा कि, आगामी चुनाव में राष्ट्रवाद के नाम पर वोटिंग करनी चाहिए. संस्कृति और राष्ट्रवाद ही घर की छत है. राष्ट्र बचेगा तो रोटी, राम, संस्कृति, आप और हम बचेंगे. जो समर्थन करे चाहे राहुल गांधी, नरेंद्र मोदी, अखिलेश यादव, मायावती, योगी उसे वोट करें. वोट सनातन संस्कृति, सनातन धर्म पर हो. आपका चूकना राष्ट्र का नाश होना.
कोरोना काल में लोग अवसाद में आए
श्री रितेश्वर महाप्रभु ने कहा कि, कोरोना काल में तमाम वजह से लोग अवसाद में आये. समझना होगा जो हाथ में है वो करें, बाकी ईश्वर पर छोड़ें. उन्होंने कहा कि, जिनके पास छत और रोटी थी उन्होंने एन्जॉय किया, क्योंकि समय मिला. जिनके लिए रोजी रोटी की दिक्कत हुई वो फिर उठें. सनातन संस्कृति का अवलंबन करना होगा. आध्यात्मिक गुरु से संबंध रखिये, जो जुड़े रहे वो अवसाद में नहीं आये. अध्यात्म का मतलब है आत्मा का अध्ययन, आत्मबोध. श्रीकृष्ण ने गीता में जो कहा वो करते तो अध्यात्म है. जो श्रीकृष्ण के प्रेम को गोपन रखकर आनंद लेता वो गोपी, ये कोई नारी या पुरुष नहीं. हमें सिखाया गया एक तरफ धर्म और एक तरफ जीवन ये गलत शिक्षा. धर्मयुक्त जीवन ही जीवन है, यही शिक्षा देनी होगी. धर्म हर सांस के साथ है. धर्मविहीन राजनीति लोगों का नाश कर रही. भारत तो प्राचीन सभ्यता चाहिए.
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