अयोध्या: अली अब्बास जफर के निर्देशन में वेब सीरीज 'तांडव' को लेकर अयोध्या के साधु-संतों ने भी विरोध जताया है. साधु-संतों का कहना है कि वेब सीरीज को बैन किया जाए और बनाने वाले को दंडित किया जाए. अगर ऐसा नहीं किया जाता तो साधु-संत 'तांडव' करेंगे. वहीं, एक संत ने तो बांसुरी और तलवार दिखाते हुए कहा हम बांसुरी बजाना भी जानते हैं और शस्त्र उठाना भी जानते हैं. संतों ने कहा कि मुस्लिम धर्म गुरुओं को भी चाहिए कि वो ऐसी गाइडलाइन जारी करें जिससे इस्लाम धर्म से जुड़े लोग किसी भी धर्म का ना तो अपमान करें और ना ही उस पर टिप्पणी करें.
दंड के भागी हैं
राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि ''जिस प्रकार से तांडव वेब सीरीज को बनाया गया है वो बहुत दुखद है. इसमें भगवान का जो चित्रण किया गया है वो हास्यास्पद है. इस प्रकार से ये हमारे देवी-देवताओं का अपमान है. भगवान का इस तरह चित्रण होगा तो निश्चित तौर पर इसका आघात सभी भक्तों के पर पड़ेगा. भगवान हमारे पूजनीय हैं और किसी रूप से उनकी हास्यास्पद पिक्चर नहीं बनानी चाहिए. जिन्होंने बनाई है वो निश्चित तौर पर दंड के भागी हैं. सरकार को चाहिए इस पर बैन लगाए साथ ही साथ दंडित भी किया जाए. जिस प्रकार से हिंदू देवी-देवताओं और भगवान का अपमान किया गया है वो असहनीय है. हम समस्त राम भक्तों से कहेंगे कि अपने धर्म को, हिंदू देवी-देवताओं को बचाने के लिए आप लोगों को सदा सतर्क करना चाहिए.''
ये अच्छी बात नहीं है
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि ''अली अब्बास जफर ने जो तांडव मूवी बनाई हो वो दुर्भाग्यपूर्ण है. उसमें जो रोल करने वाले लोग हैं, जिस प्रकार से सनातन धर्म और संस्कृति का मजाक उड़ा रहे हैं वो गलत है.'' उन्होंने कहा कि ''मैं पूछना चाहता हूं इन डायरेक्टर और एक्टरों से कि किसी और धर्म के बारे में तुम इस प्रकार की टिप्पणी करोगे तो या तो कत्लेआम हो जाएगा या फिर तुम्हारा सिर कलम हो जाएगा. तुम्हारे अंदर क्षमता नहीं है, दम नहीं है कि किसी और धर्म को लेकर ऐसा कर सको. सनातन धर्म, संस्कृति के बारे में कोई बोलने वाला नहीं है इसके नाते जो मर्जी में आए वो करना शुरू कर देते हो, ये अच्छी बात नहीं है.''
बैन लगना चाहिए
महंत राजू दास ने कहा कि ''ऐसी मूवी पर बैन लगना चाहिए, प्रतिबंध लगना चाहिए. इन लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होना चाहिए. हम बैन की मांग करत हैं. बैन नहीं लगा तो हो सकता है जैसे आपने तांडव मूवी बनाई है वैसे हम तांडव करने लगेंगे तो आपके लिए अच्छा नहीं होगा. तब आप कहोगे भारत देश सेकुलर देश नहीं है, मुसलमान यहां सुरक्षित नही हैं तब ये भाषा आपकी होगी. इसके पहले ही सुधर जाओ, अगर तुम नहीं सुधरोगे तो तुम्हारे लिए अच्छा नही होगा. ऐसी मूवी बनाना बंद कर दो नहीं तो तुम्हारा जो ऑफिस है उसको बंद कर दिया जाएगा.''
देश में हंगामा खड़ा हो जाता है
तपस्वी छावनी अयोध्या संत परमहंस ने कहा कि ''15 जनवरी को तांडव नाम की जो वेब सीरीज रिलीज हुई है उसमें हिंदुओं के आराध्य मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम और महादेव का अपमान दिखाया गया है. मैं सभी मुस्लिम धर्मगुरुओं से पूछना चाहता हूं की वैसे तो तमाम फतवे जारी हो जाते हैं. कोई थप्पड़ मार दे अगर वो मुस्लिम लड़का निकल गया भले ही वो चोरी करने वाला अपराधी हो तो फिर लोग अवार्ड वापस करने लगते हैं. पूरे देश में हंगामा खड़ा हो जाता है कि हिंदुस्तान में डर लग रहा है. जब हिंदू देवी-देवताओं के ऊपर इस तरह अपमानजनक वेब सीरीज बनाई जाती है, फिल्में बनाई जाती हैं, अपमानजनक टिप्पणी की जाती है तब इसमें किसी भी मुस्लिम धर्मगुरु की कोई प्रतिक्रिया सामने क्यों नहीं आती है. आखिर मुस्लिम धर्म गुरुओं को ये भी तो गाइडलाइन जारी करना चाहिए कि जिस प्रकार से उनका अपने धर्म के प्रति सम्मान है उसी प्रकार से इस्लाम के लोग दूसरे धर्म के प्रति भी सम्मान रखें. जब फ्रांस में मीडिया ने मोहम्मद साहब का कार्टून छाप दिया तो वहां मीडिया कर्मियों की हत्या हो जाती है और पूरे देश में उसके खिलाफ प्रदर्शन होता है.''
फिल्म बनाना भी भूल जाएंगे
संत परमहंस ने कहा कि ''हिंदू देवी-देवताओं का मजाक बनाना, हिंदू धर्म का मजाक बनाना, हिंदुओं का अपमान करना और इसमें जो मुस्लिम कलाकार हैं उनको पैसा कमाना है. मैं हिदायत दे रहा हूं कि एक तरफ हम लोग बंसी बजाते हैं तो दूसरी तरफ चक्र सुदर्शन भी चलाते हैं. तलवार भी चलाते हैं, जिस दिन हिंदू हथियार उठा लेगा उस दिन जिहादी मानसिकता के लोगों को फिर वेब सीरीज बनाना तो दूर फिल्म बनाना भी भूल जाएंगे. अली जफर जिसने वेब सीरीज बनाई है उसको मुस्लिम धर्मगुरु इस्लाम से खारिज करें और मुस्लिम धर्मगुरु इस बात की गाइडलाइन जारी करें कि कोई भी मुसलमान अन्य धर्म के प्रति किसी प्रकार की कोई फिल्म या वेब सीरीज या अपमानजनक टिप्पणी नहीं करेगा.''
क्यों अपमानजनक टिप्पणी की जाती है
संत परमहंस ने कहा कि ''जब हिंदू किसी धर्म के प्रति टिप्पणी नहीं करता, सब धर्म का सम्मान करता है तो हिंदुओं के आराध्य के ऊपर इस प्रकार की फिल्में क्यों बनाई जाती हैं. इस तरह की वेब सीरीज क्यों बनाई जाती है. क्यों अपमानजनक टिप्पणी की जाती है. अच्छा होगा लोग मर्यादा में रहें नहीं तो जिस दिन हिंदू हथियार उठा लेगा उस दिन आप लोगों को फिर कहीं भागने का मौका नहीं मिलेगा. हम उदारवादी हैं लेकिन हमारे आराध्य का अपमान करोगे तो इसके लिए हमें फिर शस्त्र उठाना आता है.''
ये भी पढ़ें: