Sahara Subrata Roy Death: सहारा इंडिया परिवार के संस्थापक सुब्रत रॉय का आज (गुरुवार) लखनऊ में अंतिम संस्कार होगा. सुब्रत रॉय का पार्थिव देह बुधवार की शाम करीब 5 बजे गोमती नगर में सहारा शहर लाया गया था. अंतिम दर्शन के लिए सहारा शहर में लोगों की भीड़ उमड़ रही है. सहाराश्री को श्रद्धांजलि देने वालों में आम लोगों से लेकर वीआईपी शामिल हैं. सहारा ग्रुप के संस्थापक सुब्रत रॉय का 15 नवंबर मंगलवार को 75 साल की उम्र में निधन हो गया था. सुब्रत रॉय के निधन की खबर से सहारा इंडिया परिवार में मातम पसर गया. मुंबई के निजी अस्पताल से सुब्रत रॉय का पार्थिव देह लखनऊ शाम 5 बजे लाया गया. लखनऊ में अंतिम दर्शन करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. वाहनों का काफिला सहारा शहर में पहुंचने पर सुब्रत रॉय अमर रहे के नारे गूंजने लगे.
अंतिम दर्शन करने उमड़ी वीआईपी की भीड़
अंतिम दर्शन के लिए फिल्म जगत, राजनीतिक हस्तियां, धर्मगुरुओं से लेकर आम लोग भी पहुंचे. बुधवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप, पूर्व विधायक अभिषेक मिश्रा, राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे, राजद प्रदेश अध्यक्ष अशोक सिंह, कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा, पूर्व मंत्री डॉक्टर अम्मार रिजवी, मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली, पूर्व सांसद नरेश अग्रवाल, मंत्री नितिन अग्रवाल, विधायक राजेश्वर सिंह, राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी, बॉलीवुड से राज बब्बर और सोनू निगम ने सुब्रत रॉय का अंतिम दर्शन करने के लिए सहारा शहर पहुंचे. श्रद्धांजलि देने के लिए देर रात लोग सहारा शहर पहुंचते रहे.
सुब्रत रॉय के पार्थिव देह का अंतिम संस्कार थोड़ी देर में होगा
आज गुरुवार को भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान धनराज पिल्लै, राज बब्बर की बेटी जूही बब्बर, लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल, सिटी मॉन्टेसरी स्कूल के संस्थापक जगदीश गांधी, श्रीदेवी के पति बोनी कपूर भी सुब्रत रॉय को श्रद्धांजलि देने पहुंचे. बताया जा रहा है कि सुब्रत रॉय का 16 वर्षीय पोता उन्हें मुखाग्नि देंगा. अंतिम दर्शन करने सहारा शहर पहुंचे बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने सुब्रत रॉय को अच्छा मित्र बताया. उन्होंने कहा कि सहाराश्री एक दूसरे के सुख-दुख में शामिल होने के लिए खड़े रहते थे. उन्होंने कहा कि जीवन में उतार चढ़ाव आते हैं. धनंजय सिंह ने कहा कि सुब्रत रॉय के निधन से उद्योग जगत और प्रदेश को क्षति हुई है.