UP News: बसपा (BSP) के पूर्व एमएलसी और सहारनपुर (Saharanpur) के खनन कारोबारी हाजी इकबाल उर्फ बाला की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. बीते करीब दो साल से हाजी इकबाल और उनके सहयोगी अवैध रूप से कमाई गई अकूत संपत्तियों को लेकर सुर्खियों में हैं. हाजी इकबाल को सहारनपुर का खनन माफिया भी बताया जाता है और उनकी करोड़ों रुपए की संपत्ति पर पुलिस के साथ ही अन्य जांच एजेंसियों की नजर है.
पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
हाजी इकबाल ने तमाम मुखौटा कंपनियां बनाकर उत्तर प्रदेश की बंद पड़ी चीनी मिलें खरीदी थीं. ईडी हाजी इकबाल की 1097 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच कर चुकी है. हाजी इकबाल के कई करीबियों और सहयोगियों को पुलिस और अन्य जांच एजेंसियां गिरफ्तार कर चुकी हैं. हाजी इकबाल के शस्त्र लाइसेंस भी निरस्त किए जा चुके हैं. पुलिस की जांच में पता चला है कि हाजी इकबाल ने अपने करीबियों और संबंधियों के नाम से भी संपत्तियां बनाई थीं. हाजी इकबाल के करीबी नौकर नसीम के नाम पर कई बेनामी संपत्तियां पाई गई हैं.
फिर से होगी कार्रवाई
यह भी पता चला है कि नसीम लखीमपुर खीरी, सीतापुर और गोरखपुर में तीन शुगर मिलों का डायरेक्टर था. नसीम हाजी की तमाम मुखौटा कंपनियों से जुड़ा हुआ था. हाजी इकबाल के करीबियों के पास उनकी 22 करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत की ऐसी तमाम बेनामी संपत्तियों का खुलासा हुआ है. जिन्हें गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त करने की तैयारी चल रही है. उत्तर प्रदेश में गैंगस्टर एक्ट के तहत होने वाली यह सबसे बड़ी कार्रवाई बताई जा रही है.
ये भी पढ़ें-