UP Cyber Crime: अगर आपने अपना पुराना फोन नंबर बंद कर दिया है और वह आपके बैंक अकाउंट से जुड़ा है, तो सावधान हो जाइये. आपके बैंक अकाउंट को खाली किया जा सकता है. सहारनपुर में एक ऐसे ही गैंग का खुलासा हुआ है, जिसने व्यापारी के खाते से 17 लाख 68 हजार रुपए साफ कर दिये. इस मामले में पुलिस ने 4 आरोपी को गिरफ्तार किया, जिसमें बैंक का एक कर्मचारी भी शामिल है.


सहारनपुर पुलिस ने एक ऐसे गैंग का खुलासा किया है जो कि बहुत ही शातिराना तरीके से जानकारी जुटाकर लोगों के साथ धोखाधड़ी करते थे. एक व्यापारी के द्वारा पुलिस को शिकायत दी गई कि उनके साथ धोखाधड़ी कर उनके बैंक खाते से 17 लाख 68 हजार रुपया निकाल लिया गया. इसके बाद पुलिस ने खुलासा किया कि ये आरोपी जानकारी जुटाकर फर्जी आधार कार्ड पर मोबाइल नंबर का सिम कार्ड जारी करा कर लोगों के खाते से पैसे निकालते थे. बेहट पुलिस ने पैसे निकालने वाले चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.


पुलिस ने 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार


एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि बेहट थाने में व्यापारी के द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस के द्वारा छानबीन शुरू की गई. पुलिस को पता चला कि एक बैंककर्मी सहित 4 लोगों ने मिलकर व्यापारी के खाते से 17 लाख 68 हजार रुपये निकाल लिये. पुलिस ने जाल बिछाकर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. अभियुक्तों से पूछताछ पर पता चला कि यह लोग ऐसे नंबर जो कि लोगों द्वारा बंद कर दिए जाते हैं या इनएक्टिव होते हैं. ऐसे नंबर को यह लोग पहले जन सेवा केंद्र के माध्यम से फर्जी आधार कार्ड बनवाकर उसी नंबर का सिम जारी करा लेते हैं.


इसके बाद जिस ग्राहक का मोबाइल नंबर होता है, उसके बैंक खाते से ट्रांजैक्शन करते हैं, जिसका ओटीपी भी उनके द्वारा जारी कराए गए नंबर पर ही आता है. इस तरह वह लोगों के खाते से पैसे निकाल लेते हैं. पैसे निकालने का मैसेज भी ग्राहक तक नहीं पहुंचता है, वह भी उसी नंबर पर आता है जो कि फर्जी आईडी लगाकर निकलवाया गया है. बैंक से स्टेटमेंट निकलवाने पर ही ग्राहक को मालूम होता है कि उसके खाते से पैसे निकाल लिए गए हैं. पुलिस के द्वारा पकड़े गये आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर जेल भेजा जा रहा है. इनके कब्जे से लगभग 5 लाख रुपये बरामद हुए हैं.


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