सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में 19 वर्षीय एक दलित लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया था. ये वारदात 14 सितंबर को चंदपा पुलिस थाना क्षेत्र के एक गांव में हुई थी. चार युवकों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था और विरोध करने पर उसका गला घोंटने की कोशिश की थी, इस दौरान उसकी जीभ कट गई थी. इसके बाद से ही लड़की की गंभीर बनी हुई थी. पुलिस ने मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. मामले को लेकर सियासत भी तेज हो गई है.


विपक्ष ने खोला मोर्चा
मंगलवार को किशोरी ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया. इस घटना को लेकर पूरे देश में गुस्सा है और तमाम लोगों और नेताओं ने दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है. किशोरी की मौत के मामले में विपक्ष लगातार सरकार पर हमला कर रहा है. इस मामले में सपा, बसपा के साथ कांग्रेस भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है.


कांग्रेस नेताओं ने किया हंगामा
सहारनपुर से हाथरस जा रहे कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल को कांग्रेस नेता इमरान मसूद के घर पर ही पुलिस ने रोक दिया. जिसके बाद कांग्रेस नेताओं ने हंगामा करते हुए सरकार और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. पुलिस ने कांग्रेस नेता इमरान मसूद, विधायक नरेश सैनी, विधायक मसूद अख्तर और नेता शशि वालिया को हाथरस नहीं जाने दिया गया. पहले से ही इमरान मसूद के घर आसपास पुलिस, पीएसी और आरपीएफ ने घेराबंदी कर दी थी.



सीएम योगी का मांगा इस्तीफा
गौरतलब है कि, जैसे ही इमरान मसूद घर से निकले उनको एसपी सिटी ने आगे जाने से मना कर दिया. इस दौरान कांग्रेस नेताओं की पुलिस से नोक-झोंक भी हुई. इमरान मसूद ने आरोप लगाया कि उन्हें घर में ही साथियो के साथ नजरबंद कर दिया गया है. हाथरस मामले में इमरान मसूद ने सीएम योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की मांग की है.


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