कल से मुहर्रम का आगाज, लखनऊ में बड़े इमामबाड़े से निकलेगा शाही ज़री का जुलूस
Lucknow Muharram 2024: लखनऊ में पैगंबर मोहम्मद और छोटे नवासे हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों की याद में कल शाही जरीह का जुलूस निकाला जाएगा. बड़े इमामबाड़ा से छोटे इमामबाड़ा तक जुलूस निकलेगा.
Muharram in Lucknow News: मुहर्रम महीना इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना है. इस महीने का 10वां दिन मुसलमानों के लिए काफी खास होता है, जिसे आशूरा के रूप में मनाया जाता है. आशूरा के दिन कर्बला की जंग में पैगंबर मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के छोटे नवासे हजरत इमाम हुसैन रज़ियल्लाहु तआला अन्हु शहीद हुए थे. ऐसे में लखनऊ में सोमवार (7 जुलाई) को नवाबों के तौर तरीके से जुलूस निकाला जाएगा.
लखनऊ में मोहर्रम को लेकर शाही कारीगरों ने शाही ज़री तैयार की है. 22 फीट ऊंची 10 फीट चौड़ी शाही ज़री को तैयार किया गया है. इसको तैयार करने के लिए खास मटेरियल का इस्तेमाल किया गया है. शाही ज़री को तैयार करने के लिए मोम और अभ्रक को मिलकर इस्तेमाल किया है. शाही ज़री 20 छोटे, चार बड़े गुंबद और दो छतरी से बनी है. लाल सफेद और हरे रंग से मोम के 8 मीनार तैयार हुए हैं.
पहली मुहर्रम को निकलेगा शाही ज़री का जुलूस
लखनऊ में कल पहली मोहर्रम पर शाही जुलूस निकाला जाएगा. शाही ज़री का जुलूस कल बड़े से छोटे इमामबाड़े तक निकलेगा, जिसको लेकर तैयारियां जोरों पर है. शाही ज़री को भी तैयार करने में कारीगर कई दिनों से लगे थे. इसको हद से खूबसूरत बनाने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे थे. अब जाकर शाही ज़री को पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है.
इमाम हुसैन और उनके साथियों की याद में निकलेगा जुलूस
पैगंबर मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम और छोटे नवासे हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों की याद में कल लखनऊ के अंदर पहली मुहर्रम को शाही जुलूस निकाला जाएगा. ये जुलूस करीब शाह पांच बचे बड़े इमामबाड़ा से निकलेगा और छोटे इमामबाड़ा तक जाएगा.
जरी में देखने को मिलेगी 20 डिजाइन
इस दौरान शाही कारीगरों की तरफ से बनाई गई मोम की शाही ज़री मुख्य आकर्षण का केंद्र होगी. इसको बनाने में करीब 2.5 लाख का खर्च आया है तो वहीं 2.40 कुंतल मोम का इस्तेमाल किया गया है. इसमें 20 तरह की डिजाइन देखने को मिलेगा. जिसमें फूल, पत्ती, चांद, तारा और अन्य डिजाइन शामिल है.
जुलूस से पहले ड्रोन से निगरानी
मोहर्रम को लेकर लखनऊ पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है. जुलूस के पहले पश्चिमी जोन के तमाम क्षेत्र में ड्रोन से सर्च किया गया. मोहर्रम के जुलूस के रूट पर ड्रोन से निगरानी की गई. ड्रोन कैमरे से सभी घरों की छतों को सर्च किया गया.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड के चमोली में कांपी धरती, 3.5 की तीव्रता से आया भूकंप