संतों में हरिद्वार कुंभ मेले से जुड़े कार्यों को लेकर नाराजगी, प्रशासन और अखाड़ा परिषद पर लगाया ये आरोप
वैष्णव संप्रदाय के बैरागी अखाड़ों ने आरोप लगाया कि मेला प्रशासन और अखाड़ा परिषद उनकी अनदेखी कर रहा है. इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर बैरागी कैंप में काम नहीं किया गया तो वे मेले में सरकार की सभी व्यवस्थाओं का बहिष्कार करेंगे.
हरिद्वार: हरिद्वार कुंभ मेला शुरू होने में अब कुछ ही समय शेष बचा है लेकिन उत्तराखंड सरकार द्वारा अभी तक कुंभ मेले का नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है. साथ ही कुंभ मेले के कार्य भी अभी अधूरे पड़े हैं. कुंभ मेला प्रशासन पेंटिंग और लाइटिंग करने पर ध्यान दे रहा है मगर मूलभूत सुविधाओं पर ध्यान नहीं दे रहा है. वैष्णव संप्रदाय के बैरागी अखाड़ों द्वारा शासन मेला प्रशासन और अखाड़ा परिषद पर बैरागी अखाड़ों की अनदेखी का आरोप लगाए जा रहे हैं.
बैरागी अखाड़ों द्वारा मेला प्रशासन और अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरी को बैरागी कैंप में जल्द कार्य करने को लेकर ज्ञापन दिया गया और चेतावनी दी गई कि अगर मेला प्रशासन बैरागी कैंप में कार्य नहीं करता है तो वह कुंभ मेले में सरकार की सभी व्यवस्थाओं का बहिष्कार करेंगे. वहीं हरिद्वार के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज कुंभ को दिव्य और भव्य करने की बात कर रहे हैं.
वैष्णव संप्रदाय के बैरागी अखाड़ों द्वारा लगातार बैरागी कैंप में कार्य ना होने पर अपनी नाराजगी दर्ज कराई जा रही है मगर उसके बावजूद भी मेला प्रशासन द्वारा बैरागी कैंप में मूलभूत सुविधा के कार्य भी नहीं किए जा रहे हैं. बैरागी पंच निर्मोही अनी अखाड़े के श्री महंत राजेंद्र दास का कहना है कि कुंभ मेला अब शुरू होने वाला है. बैरागी संप्रदाय के संत भी आने शुरू हो गए हैं मगर मेला प्रशासन की तरफ से बैरागी कैंप में कोई कार्य नहीं किए जा रहे हैं. इसके संबंध में हमारे द्वारा मेला अधिकारी और अखाड़ा परिषद अध्यक्ष को पत्र दिया गया है मगर दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि सभी अखाड़ों के मठ मंदिर आश्रम बने हैं. लेकिन बैरागी अखाड़ों के संत खुले मैदान में रहने को मजबूर है. उन्होंने आरोप लगाया कि मेला प्रशासन और अखाड़ा परिषद की तरफ से हमें नजर अंदाज किया जा रहा है सिर्फ यह कार्य करने की बातें कर रहे हैं मगर कोई कार्य होता दिखाई नहीं दे रहा है. अगर जल्द ही बैरागी कैंप में कार्य न किया गया तो कुंभ मेले में सरकार की सभी व्यवस्थाओं का बैरागी अखाड़े बहिष्कार करेंगे.
बैरागी अखाड़ों की नाराजगी को लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का कहना है कि तीनों बैरागी अखाड़ों के श्री महंत से मेरी वार्ता हुई है. उनके द्वारा कुछ मांगों को लेकर मुझे पत्र दिया गया मेरे द्वारा पत्र मेला अधिकारी को दिया गया है और उनको कहा गया है कि जल्द ही बैरागी अखाड़ों की मांगों को पूरा किया जाए. बैरागी अखाड़ों का कहना है कि कुंभ मेले की व्यवस्थाओं को लेकर न तो मुख्यमंत्री और न ही मेला प्रशासन बैरागी कैंप में आ रहे हैं.
कुंभ मेले के कार्य अभी भी अधूरे हैं और लाखों की संख्या में कुंभ मेले में श्रद्धालु हरिद्वार आएंगे तो किस तरह से मेला प्रशासन उनकी व्यवस्था करेगा लेकिन उत्तराखंड कैबिनेट और हरिद्वार प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज हरिद्वार कुंभ को भव्य और सुंदर बनाने की बात कर रहे हैं. सतपाल महाराज का कहना है कि कोरोना महामारी खत्म हो रही है. अब कुंभ हो रहा है. मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हम कुंभ को दिव्य और भव्य तरीके से मनाएंगे. हम अपना हृदय खोल कर सभी पर्यटकों का स्वागत करते हैं कि कुंभ मेले में आए और पुण्य के भागी बनें.