Poster Controversy in Ayodhya: अयोध्या (Ayodhya) में एआईएमआईएम (AIMIM) का शोषित वंचित समाज सम्मेलन का अयोध्या के संतों (Ayodhya Saints) ने विरोध कर दिया है. संतों ने असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) के द्वारा जारी पोस्टर पर फैजाबाद (Faizabad) जिला लिखा होने के वजह से नाराजगी व्यक्त की है. संतों का मानना है कि यह अयोध्या वासी और मुख्यमंत्री दोनों का अपमान है, अगर अयोध्या जिला पोस्टर में नहीं दर्ज किया गया तो फिर रैली अयोध्या (Ayodhya) में नहीं होने देंगे इसका संत समाज विरोध करेंगे.
पोस्टर में फैजाबाद लिखने से भड़के संत
दरअसल, 7 सितंबर को अयोध्या के मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर रुदौली क्षेत्र में एआईएमआई एम की शोषित वंचित समाज सम्मेलन नाम से सम्मेलन आयोजित किया गया है, जिसमें एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी अयोध्या पहुंच रहे हैं, जारी पोस्टर में अयोध्या जिले को फैजाबाद लिखा गया जिसके बाद से संत समाज नाराज हैं.
सुर्खियों में अयोध्या
राजनीति का अखाड़ा बन चुकी है अयोध्या में इन दिनों 2022 के चुनाव से पहले हर राजनीतिक दल अयोध्या से ही चुनाव के बिगुल की तैयारी कर रहा है. इस कड़ी में बीते दिनों बसपा ने अयोध्या जिले से प्रबुद्ध समाज सम्मेलन शुरू किया था, जिसमें सवर्ण समाज के वोट बैंक को साधने का प्रयास किया गया है. बीते दिनों कुंडा के राजा रघुराज प्रताप सिंह ने भी रामलला का आशीर्वाद लेकर के 2022 के चुनाव के लिए बिगुल फूंका है, और एक बार फिर एआईएमआईएम के द्वारा अयोध्या से ही सम्मेलन कर जातिगत वोट बैंक को साधने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन संत समाज ने पोस्टर में फैजाबाद जिला लिखा होने के कारण अपनी नाराजगी व्यक्त की है और यह मांग प्रशासन से की. असुदुद्दीन ओवैसी जब तक पोस्टर पर फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या नहीं लिखते हैं तब तक उनके कार्यक्रम की अनुमति न दी जाए, नहीं तो संत समाज उनका विरोध करेंगे और उनका सम्मेलन नहीं होने देंगे.
पोस्टर हटाने की मांग
एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के अयोध्या दौरे पर जारी पोस्टर को लेकर भड़के अयोध्या हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी ने अयोध्या जिले को फैजाबाद का नाम दिया है. अपने सम्मेलन को भी शोषित वंचित समाज सम्मेलन का नाम दिया है. शोषित वंचित के साथ जब प्रताड़ना होती है तब चिंता नहीं करते हैं. चुनाव के समय में दुकान चलाने के लिए ओवैसी ऐसा सम्मेलन कर रहे हैं. महंत राजू दास ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि, संसद देश का मंदिर है और उसके सदस्य ओवैसी हैं. उसके बावजूद उनकी भाषा ऐसी है अयोध्या से क्या है चिढ़? क्यों अयोध्या जिले को फैज़ाबाद कह रहे हैं. ओवैसी सरकारी अभिलेख में भी अयोध्या जिले के नाम दर्ज हो गया है. पोस्टर पर छपाया गया फैजाबाद का नाम दुर्भाग्यपूर्ण है ओवैसी की विचारधारा और उनके कार्य की पुरजोर निंदा हम करते हैं. पोस्टर को हटाने की मांग करते हैं.
अयोध्या में प्रवेश नहीं करने देंगे
तपस्वी पीठ के महंत जगत गुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि, ओवैसी के अयोध्या दौरे पर जो पोस्टर लगाए जा रहे हैं उसमें फैजाबाद लिखा जा रहा है, जबकि मुख्यमंत्री ने फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया है. जगत गुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि, यह मुख्यमंत्री और अयोध्यावासियों का अपमान है. सभी पोस्टर जो लगाए जा रहे हैं उनको तत्काल हटाया जाए, उस पर अयोध्या लिखाया जाए. जगतगुरु परमहंस आचार्य ने प्रशासन से मांग की है कि, यदि पोस्टर से फैजाबाद नहीं हटाते हैं तो अयोध्या जिले में उनका प्रवेश वर्जित किया जाए अगर ऐसा नहीं होता है तो एआईएमआईएम के सम्मेलन को अयोध्या जिले में किसी भी सूरत में नहीं होने दिया जाएगा.
जिला अध्यक्ष की सफाई
वहीं, एआईएमआईएम के जिला अध्यक्ष शाहनवाज सिद्दीकी ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, 7 अगस्त को असदुद्दीन ओवैसी साहब को जिले के बॉर्डर पर रिसीव करने का हमारा कार्यक्रम है. 12:00 से 1:00 बजे वह जिले के बॉर्डर में प्रवेश करेंगे, वहां से वह दरगाह शरीफ जाएंगे. सम्मेलन में प्रदेश और जिले के लोग ही शामिल होंगे. इन्हीं लोगों को आमंत्रित किया गया है. बेलसर चौराहे पर कार्यक्रम स्थल है. संतों के द्वारा फैजाबाद लिखे जाने की आपत्ति पर बोलते हुए कहा कि पूर्व में फैजाबाद था और बीच में अयोध्या जिला हुआ है. बदले हुए नाम को अमल में लाने पर आदत लगेगी. समय लगेगा पोस्टर में कहीं पर अयोध्या भी है तो कहीं पर फैजाबाद हो गया है यह कोई मुद्दा नहीं है कि, हम अयोध्या ना लिखकर फैजाबाद लिखें.
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