अयोध्या, एबीपी गंगा। राम मंदिर निर्माण को लेकर साधु-संतों ने अपनी मुहिम शुरू कर दी है। नरेंद्र मोदी सरकार की वापसी के साथ ही अयोध्या में साधु-संत मंदिर निर्माण को लेकर मोर्चा खोलने जा रहे हैं। सोमवार को अयोध्या में संतों की एक बड़ी बैठक होने वाली है। मणिराम दास छावनी में होने वाली इस बैठक की अध्‍यक्षता रामजन्मभूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास करेंगे।


बैठक पर देशभर के संतों की निगाहें


अयोध्या के साधु संतों एवं वीएचपी के पदाधिकारियों के साथ होने वाली बैठक पर देशभर के संतों की निगाह है। साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद को भी आज की बैठक से राम मंदिर निर्माण के लिए कोई रास्ता निकलने की उम्मीद है।


आपसी सहमति से मामला सुलझ सकता है


अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का कहना है कि मंदिर का विवाद दोनों पक्षों की आपसी सहमति से ही सुलझ सकता है। ऐसे में उम्म्मीद की जाती है कि महंत नृत्य गोपाल दास द्वारा बुलाई गई बैठक में मुस्लिम पक्षकारों से किसी तरह की बातचीत की पहल हो सकती है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी पर फिर से सवाल उठाए और कहा कि कमेटी में साधु संतों व मुस्लिम धर्मगुरुओं को ही रखा जाना चाहिए था।



वीएचपी भी शामिल


विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय प्रवक्ता शरद शर्मा के अनुसार बैठक में संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैया दास, रामजन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य डॉ रामविलास दास वेदांती, रामवल्लभा कुंज के अधिकारी राजकुमार दास, दशरथमहल पीठाधीश्वर देवेंद्र प्रसादाचार्य, रंगमहल के महंत रामशरण दास, लक्ष्मणकिलाधीश महंत मैथिली शरण दास, बड़ा भक्तमाल के महंत अवधेश दास भी इस बैठक में शामिल होंगे। विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष चंपत राय, केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह भी बैठक में शामिल होंगे।