प्रयागराज, मोहम्मद मोईन।  महाराष्ट्र के बाद यूपी के बुलंदशहर में हुई दो साधुओं की हत्या की घटना पर साधू संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने गहरी नाराजगी जताई है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने इस मामले की जांच एसआईटी से कराए जाने की मांग की है। उन्होंने इसके साथ ही मठ मंदिरों की सुरक्षा बढ़ाए जाने की भी मांग की है। उन्होंने अपनी इन मांगों को लेकर सीएम योगी से फोन पर बात भी की है।


साधुओं की हत्या के पीछे बड़ी साजिश की जताई आशंका


महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि इस पूरे मामले की जांच स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम से कराए जाने की जरूरत है, ताकि सच्चाई सामने आ सके। उन्होंने आशंका जताई है कि दोनों साधुओं की हत्या में कोई बड़ी साजिश भी हो सकती है। उनके मुताबिक, यूपी पुलिस को इस मामले में तेजी दिखाते हुए मामले का जल्द खुलासा भी करना चाहिए।


बुलंदशहर में दो साधुओं की हत्या


कल यानी 27 अप्रैल की रात को बुलंदशहर के अनूपशहर कोतवाली में दो साधुओं की मंदिर परिसर में धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। जिन दो साधुओं की हत्या हुई उनके नाम 55 वर्षीय साधु जगनदास और 35 वर्षीय साधु सेवादास हैं। 28 अप्रैल को दोनों के शव मंदिर परिसर में लहूलुहान मिले। ये दोनों साधु पिछले करीब 10 वर्षों से पगोना गांव में एक शिव मंदिर में रहते थे। पुलिस ने मामले में मुरारी नाम के अभियुक्त को भी गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से एक डंडा भी बरामद हुआ है। बुलंदशहर के एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी ने कुछ दिन पहले साधुओं का चिमटा को छीन लिया था, जिसपर साधुओं ने उसे डांटा था। तभी से वो नाराज था।


पालघर में दो सुधाओं और उनके ड्राइवर की बेहरमी से हत्या


इससे पहले महाराष्ट्र के पालघर में भी 16-17 अप्रैल की रात को दो साधुओं और उनके ड्राइवर की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।


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