अयोध्या: अयोध्या की धार्मिकता को प्रदर्शित करने के लिए योगी सरकार फ्लाईओवर की दीवारों और सड़कों के किनारे वॉल पेंटिंग करवा रही है. इन पेंटिंग में भगवान राम के जीवन चरित्र से लेकर अयोध्या के महत्व और अन्य देवी देवताओं के चित्र को उकेरा जा रहा है. लेकिन पेंटिंग के लिए चुने गए स्थानों को लेकर पहले अयोध्या के साधु-संतों ने आवाज उठाई तो समाजवादी पार्टी को बैठे-बिठाए विरोध करने का एक मुद्दा हाथ लग गया. लिहाजा अयोध्या के पूर्व विधायक और सपा सरकार में राज्य मंत्री रहे तेज नारायण पांडे उर्फ पवन पांडे ने साधु संतों की आपत्ति के बहाने इस तरह की पेंटिंग को सीधे-सीधे भगवान का अपमान बता दिया और इसी बहाने सूबे के यूपी सरकार को घेरा.
गंदे स्थान पर न हो पेंटिंग
दरअसल, अयोध्या के विकास और उसके महात्म को बढ़ाने के लिए सूबे की योगी सरकार ने यह तय किया था कि परिक्रमा मार्ग के चारों तरफ रामायण कालीन वृक्ष और राम के जीवन चरित्र को प्रदर्शित करते हुए जगह-जगह वॉल पेंटिंग कराई जाएगी. इसी के साथ परिक्रमा मार्ग के दोनों तरफ रामायण कालीन वृक्ष लगाए जाएंगे, जिसकी शुरुआत हो चुकी है. वहीं, अब ओवरब्रिज की दीवारों के साथ-साथ जगह जगह वॉल पेंटिंग कराई जा रही है लेकिन इसी बीच अयोध्या के साधु संतों ने आवाज उठाई कि, जहां गंदगी और कीचड़ है वहां पर देवी देवताओं के चित्रों की वॉल पेंटिंग न कराई जाए. क्योंकि वहां लोग लघु शंका करते हैं और पान व गुटखा खाकर थूकते भी हैं. इसलिए इस तरह की वॉल पेंटिंग के लिए ऐसे स्थान का चयन किया जाए जो ऊंचाई पर हो और किसी भी तरह की गंदगी से दूर रहे. हालांकि, साधु-संतों ने इस तरह की धार्मिकता पर आधारित वॉल पेंटिंग का स्वागत किया है, लेकिन साथ ही अपनी कुछ आपत्तियां भी दर्ज करा दी हैं.
जगह का चयन सही हो
नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामकुमार दास ने कहा कि, अयोध्या में पहले से प्रस्तावित था कि, परिक्रमा के चारों तरफ रामायण कालीन वृक्ष और भगवान की पेंटिंग की जाएगी. लेकिन ऐसी जगह पर की जाए जो सुरक्षित स्थान हो और वहां पर किसी के पैर ना पहुंचे. कीचड़ इत्यादि ना हो और चित्रों का विरोध तो नहीं होना चाहिए, क्योंकि चित्रकारी पहले से ही चली आई है. उनका कहना था कि, जगह का चयन सही से होना चाहिये.
तपस्वी छावनी के परमहंस दास का कहना है कि, मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम राष्ट्र की आत्मा हैं, हम सभी भारतीयों के वह प्राण हैं. इसलिए कोई भी चित्रकारी हो सम्मानजनक तरीके से होनी चाहिए. उन्होंने भी कहा कि, ऐसी जगह ना हो जहां गंदगी हो.
संतों के समर्थन में
अयोध्या की धार्मिकता बखान करने वाली वॉल पेंटिंग के स्थान को लेकर साधु संतों ने कुछ आपत्तियां दर्ज कराई तो समाजवादी पार्टी को इसमें अपने लिए मौका नजर आया. लिहाजा अयोध्या की पूर्व विधायक और समाजवादी पार्टी सरकार में राज्यमंत्री रहे तेज नारायण उर्फ पवन पांडे ने कमान संभाली और साधु संतों के एतराज का समर्थन करते हुए इसके लिए भी सीधे तौर पर भारतीय जनता पार्टी और यूपी सरकार पर सीधा आरोपी लगा दिया.
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