एंटरटेनमेंट डेस्क, एबीपी गंगा। फिल्मी दुनिया में आने से पहले ही सायरा बानो दिलीप कुमार पर फिदा हो गई थीं। ये किस्सा है साल 1960 का जब दिलीप कुमार और मधुबाला की फिल्म मुगल-ए-आजम रिलीज हुई थी। सायरा बानो फिल्म के प्रीमियर में पहुंची तो उनके सपनों का राजकुमार दिलीप कुमार वहां नही पहुंचे थे। सायरा बानो दिलीप कुमार से मिलने का ख्वाब भी संजोए बैठी थीं लेकिन दिलीप कुमार प्रीमियर में पहुंचे ही नहीं।



एक दिन दिलीप कुमार और सायरा बानो ने अपनी मोहब्बत का ऐलान करने का फैसला कर लिया था। साल 1966 में दोनों ने किसी को बिना बताए शादी कर ली। कहते हैं ना कि प्यार अंधा होता है। सायरा और दिलीप कुमार के केस में भी यही था। सायरा बानो ने दिलीप कुमार को देखते ही तय कर लिया था कि वो शादी करेंगी तो सिर्फ दिलीप कुमार से। दिलीप कुमार ने उन्हें उम्र के इस फासले के बारे में बहुत समझाने की कोशिश की थी लेकिन सायरा उनसे शादी करने पर अड़ी रहीं।



आपको बता दें, सायरा इस कदर दीलीप कुमार के प्यार में दीवानी थीं कि उन्होंने दिलीप कुमार को इम्प्रैस करने के लिए उर्दू और पर्शियन तक सीखी। सायरा कभी मां क्यों नहीं बन पाई इसके पीछे भी एक वजह है। दिलीप कुमार ने अपनी एक ऑटोबायोग्राफी में इसकी वजह बताई थी। उन्होंने कहा कि 1972 में सायरा पहली बार गर्भवती हुईं लेकिन 8 वें महीने उन्हें ब्लड प्रैशर की समस्या हो गई। इस दौरान भ्रूण को बचाने के लिए सर्जरी करना संभव नहीं था और दम घुटने से बच्चे की मौत हो गई। बाद में पता चला कि ये बेटा था। इस घटना के बाद सायरा कभी प्रेग्नेंट नहीं हो सकीं। इस दर्द भरी घटना के बाद दोनों बुरी तरह से टूट गए थे।



जब भी बॉलीवुड में लव स्टोरी की बात की जाती है तो सबसे पहला नाम दीलीप कुमार औक सायरा बानो का नाम सबसे पहले आता है। दोनों को अक्सर हर जगह साथ देखा जाता है।