यूपी: पत्रकार पर हमले को लेकर बोले अखिलेश यादव, 'किसके बलबूते अपराधियों के हौसले बढ़े'
गाजियाबाद में पत्रकार पर हुये हमले को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर सवाल उठाया है. उन्होंने ट्वीट करते हुये कहा कि आखिर किसके बलबूते पर अपराधियों और बदमाशों के हौसले फलफूल रहे हैं. राज्य में इस घटना को लेकर राजनीति तेज हो गई है.
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गाजियाबाद में पत्रकार पर हुये हमले को लेकर राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाये हैं. सपा मुखिया ने कहा कि आखिरकार इन आपराधियों और बदमाशों के हौसले किसके बलबूते फल-फूल रहे हैं. अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुये लिखा कि पत्रकार पर हमले के बाद जनता सकते में है. गाजियाबाद में इस घटना पर प्रदेश में सियासत तेज हो गई है. इससे पहले कांग्रेस महासचिव ने भी राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार को घेरा था.
अखिलेश यादव ने ट्वीटर पर लिखा कि ''ग़ाज़ियाबाद में अपनी बेटी के साथ बाइक पर जा रहे एक पत्रकार को गोली मारने से प्रदेश की जनता सकते में हैं. भाजपा सरकार स्पष्ट करे कि क़ानून-व्यवस्था की धज्जियाँ उड़ानेवाले इन अपराधियों-बदमाशों के हौसले किसके बलबूते पर फल-फूल रहे हैं.''
ग़ाज़ियाबाद में अपनी बेटी के साथ बाइक पर जा रहे एक पत्रकार को गोली मारने से प्रदेश की जनता सकते में हैं. भाजपा सरकार स्पष्ट करे कि क़ानून-व्यवस्था की धज्जियाँ उड़ानेवाले इन अपराधियों-बदमाशों के हौसले किसके बलबूते पर फल-फूल रहे हैं.
उनके नवजीवन के लिए प्रार्थना! #NoMoreBJP — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 21, 2020
गाजियाबाद में पत्रकार पर जानलेवा हमला
आपको बता दें कि गाजियाबाद के विजयनगर इलाके में पत्रकार विक्रम जोशी पर कुछ अज्ञात बदमाशों ने हमला कर दिया था. इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी अब सामने आया है. जिसमें नजर आ रहा है कि विक्रम जोशी अपने दो बेटियों के साथ बाइक से जा रहे थे. तभी अज्ञात बदमाशों ने उन्हें घेर लिया और गोली मारकर फरार हो गए. इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. फिलहाल पत्रकार की हालत गंभीर बनी हुई है. वो यशोदा अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ रहे हैं. प्रियंका गांधी ने भी साधा निशाना
इससे पहले प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुये राज्य सरकार पर इस घटना को लेकर निशाना साधा. उन्होंने लिखा कि गाजियाबाद NCR में है. यहां कानून व्यवस्था का ये आलम है, तो आप पूरे यूपी में कानून व्यवस्था के हाल का अंदाजा लगा लीजिए. एक पत्रकार को इसलिए गोली मार दी गई, क्योंकि उन्होंने भांजी के साथ छेड़छाड़ की तहरीर पुलिस में दी थी. इस जंगलराज में कोई भी आमजन खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेगा?'
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