UP Politics: लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी में बड़ी टूट होने के संभावना है. सपा में टूट को आगामी लोकसभा चुनाव के लिहाज से देखा जा रहा है. सूत्रों की माने तो अखिलेश यादव की पार्टी के दस विधायक बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं. जबकि पार्टी के तीन विधायक कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग के लिहाज से भी इस टूट को अखिलेश यादव के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.
सूत्रों की माने तो सपा विधायक इंद्रजीत सरोज समेत करीब आधा दर्ज से ज्यादा सपा के मौजूदा विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं. अगर राज्यसभा चुनाव में बीजेपी को जरूरत पड़ी तो ये सभी विधायक सपा के खिलाफ क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं. इसके अलावा सूत्रों की माने तो सपा के अमिताभ वाजपेयी समेत तीन विधायक कांग्रेस में जा सकते हैं. ये सभी विधायक लोकसभा चुनाव लड़ने के चक्कर में हैं इसीलिए दूसरी पार्टियों की राह देख रहे हैं.
राज्यसभा चुनाव के उम्मीदवारों को लेकर बढ़ी नाराजगी
हालांकि बीते कुछ दिनों के दौरान अखिलेश यादव के कई करीबी नेताओं ने उन्हें झटका दिया है. सपा विधायक और अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल ने पहले ही राज्यसभा चुनाव में अपनी पार्टी के उम्मीदवार को वोट देने से मना कर दिया है. उन्होंने कहा है कि पार्टी पीडीए के फॉर्मूले पर चल रही है. उन्होंने सपा के उम्मीदवार जया बच्चन और आलोक रंजन पर सवाल खड़े किए हैं.
सपा में बगावती राज्यसभा उम्मीदवारों के नामांकन के बाद शुरू हुई है. पहले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने उम्मीदवारों का नामांकन होने के बाद पार्टी महासचिव के पद से इस्तीफा दे दिया था. बता दें कि यूपी में 10 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव हो रहा है. बीजेपी ने इस चुनाव में आठ और सपा ने तीन उम्मीदवार उतारे हैं. सपा ने जया बच्चन और आलोक रंजन के अलावा रामजी सुमन को अपना उम्मीदवार बनाया है.