Lok Sabha Election 2024: सपा मुखिया अखिलेश यादव ने नए साल पर की बड़ी घोषणा, PDA से जुड़ा है मामला
Akhilesh Yadav News: अखिलेश यादव ने कहा कि 2024 का चुनाव लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए है. जनता को सावधान करना है कि जब लोकतंत्र और संविधान ही नहीं रहेगा तो फिर वोट देने का अधिकार भी छिन जाएगा.
UP Lok Sabha Chunav 2024: नए साल के पहले दिन समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने बड़ी घोषणा की है. उन्होंने नए साल की बधाई देते हुए लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पीडीए के जरिए राजनीतिक परिवर्तन लाने की बात कही है. उन्होंने सोमवार को कहा कि नए साल की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं, सपा 2024 को ‘पीडीए एकता वर्ष’ के रूप में मनाने की घोषणा करती है.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पीडीए की लगातार बढ़ती सामाजिक चेतना और एकजुटता देश में निश्चित रूप से निर्णायक राजनीतिक परिवर्तन लेकर आएगी. पीडीए ही देश की दिशा का नया निर्धारक साबित होगा. आइए एक हो जाएं और सामाजिक-आर्थिक बदलाव की नयी क्रांति के लिए संकल्प उठाएं और मिल-जुलकर अपना सुखद भविष्य बनाएं.
"बीजेपी को हर हाल में हटाना होगा"
अखिलेश यादव ने साथ ही कहा कि बीजेपी सरकार के राज में दस वर्ष में देश पीछे चला गया है. देश को महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नहीं मिला है. बीजेपी ने जो वादे किए थे एक भी वादा पूरा नहीं किया. लोकतंत्र और संविधान को कमजोर किया है. बीजेपी सरकार को 2024 के लोकसभा चुनाव में हर हाल में हटाना है. बीजेपी सरकार की गलत आर्थिक नीतियों से किसान, नौजवान समेत हर वर्ग तबाह हो गया है.
"सभी 80 लोकसभा सीटों पर जीतना होगा"
नए साल को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि नए वर्ष में राजनीति में आगे बढ़ने का संकल्प लेना है. बीजेपी लोकतंत्र की पवित्रता को नष्ट करने के साजिश कर रही है. 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की धांधली को रोकना है. बीजेपी को रोकने के लिए बूथस्तर तक संगठन को मजबूत करना है. सावधानी से वोट का इस्तेमाल करना है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर बीजेपी को हराना है.
"साइबर क्राइम में यूपी नम्बर वन"
बीजेपी पर हमला करते हुए सपा चीफ ने कहा कि बीजेपी सरकार ने प्रदेश में अराजकता फैला रखी है. महिला अपराध और साइबर क्राइम में यूपी नम्बर वन है. उत्तर प्रदेश में महिलाएं और बच्चियां दुष्कर्म की शिकार हो रही हैं. कानून व्यवस्था ध्वस्त है. शिक्षक अभ्यर्थी वर्षों से अपनी नियुक्ति के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं और बीजेपी सरकार उन पर निर्ममता से लाठियां बरसा रही है.
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