UP News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने बीते दिनों ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) और शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) के लिए लेटर जारी किया था. जिसके बाद माना जा रहा है कि अब ये दोनों नेताओं की पार्टी का गठबंधन सपा के साथ खत्म हो चुका है. बीते सालों में सपा का हर चुनाव से पहले नया गठबंधन करना और फिर 'तलाक' होना काफी चर्चा में रहा है. इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ, चुनाव से पहले सपा के साथ गठबंधन में कुल छह दल थे. लेकिन अब केवल दो दल बचे हुए हैं. 


विधानसभा चुनाव 2017
दरअसल, सबसे पहले 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया. हालांकि ये गठबंधन चुनाव की घोषणा के समय हुआ था. इस गठबंधन का दोनों ही दलों को भारी नुकसान हुआ. इस चुनाव से पहले राज्य में कांग्रेस के पास कुल 28 विधायक थे. लेकिन चुनाव के बाद कांग्रेस को केवल सात सीटों पर जीत मिली. ऐसा ही हाल सपा का रहा, पारिवारिक कलह की शिकार सपा को मात्र 47 सीटों पर जीत मिली. इससे पहले पार्टी 224 सीटों के साथ सत्ता में थी. इस करारी हार के कुछ महीनों बाद ये गठबंधन टूट गया. 


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लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधन
इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सपा का बसपा के साथ गठबंधन हुआ. यूपी में एक-दूसरे के विरोधी रहे सपा और बसपा को भी सपा को कुछ खास फायदा नहीं हुआ. 12 जनवरी 2019 को हुए इस गठबंधन में रालोद भी शामिल थी. लेकिन इस गठबंधन का फायदा बसपा को ही ज्यादा हुआ. 2014 के चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाने वाली बसपा ने इस बार दस सीटों पर जीत दर्ज की. लेकिन सपा इस बार भी पांच सीट ही जीत सकी, 2014 के चुनाव में भी सपा को पांच सीटें ही मिली थी. इसके बाद यहां भी गठबंधन टूटा और दोनों पार्टियों ने बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला. 


विधानसभा चुनाव पहले छह दलों का गठबंधन
अब इस बार विधानसभा चुनाव से पहले सपा ने एक बार फिर बीजेपी के खिलाफ बड़ा गठबंधन बनाया. माना जा रहा था कि इस बार जातिगत गोलबंदी होने से बीजेपी के लिए काफी मुश्किलें होने वाली हैं. इस गठबंधन में सपा के अलावा संजय चौहान के नेतृत्व वाली जन जनवादी पार्टी, शिवपाल यादव की प्रसपा, ओपी राजभर की सुभासपा, रालोद और महान दल हिस्सा थे. लेकिन चुनाव परिणाम आए तो कहानी कुछ और ही थी. बीजेपी ने एक बार फिर बड़े बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की. 


इसके बाद सपा गठबंधन में नाराजगी का दौर शुरू हुआ. पहले अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव के नाराज होने की खबर आई. इसके बाद संजय चौहान, फिर महान दल प्रमुख केशव देव मौर्य और इसके बाद सुभासपा प्रमुख के नाराज होनी की खबर आई. हालांकि कुछ दिनों पहले ही संजय चौहन और केशव देव मौर्य ने गठबंधन से अलग होने का एलान कर दिया था. अब सपा ने लेटर जारी कर शिवपाल यादव और ओपी राजभर को भी तलाक दे दिया है. 


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