Kanpur Mayor Election 2023: कानपुर (Kanpur) में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने महापौर पद के लिए अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है, लेकिन बीजेपी में अभी भी मंथन जारी है.  जानकार बता रहे हैं कि दोनों पार्टियों के उम्मीदवारों को देखते हुए बीजेपी में उम्मीदवार को लेकर टेंशन दिखती है. कांग्रेस और समाजवादी पार्टी दोनों ही ने इस बार बीजेपी की रणनीति को बिगाड़ने के मूड से ब्राह्मण प्रत्याशी मैदान में उतार दिया है. ऐसे में जानकारों की मानें तो बीजेपी पसोपेश में हैं कि उसका उम्मीदवार कैसा हो जो अपनी सीट को बचाने में सफल रहे.


बीजेपी की तरफ से को तीन नाम मेयर पद के लिए चर्चा में हैं वो नीतू सिंह, डॉक्टर आरती लाल चंदानी और निवर्तमान मेयर प्रमिला पांडे का है. इन तीनों में से ही किसी का नाम फाइनल होना है. प्रमिला पांडे और डॉक्टर आरती लाल चंदानी दोनों ही ब्राह्मण हैं जबकि नीतू सिंह ठाकुर बिरादरी से हैं. जानकार बताते हैं कि कानपुर में महापौर पद के लिए होने वाले चुनाव में कुल सात लाख मतदाता हैं जिनका रुख महापौर पद की ताजपोशी करता है. ऐसे में सपा और कांग्रेस से पिछड़ी पार्टी बीजेपी दोहरा दांव चल सकती है और नीतू सिंह को अपना उम्मीदवार बनाकर ब्राह्मण और क्षत्रिय मतदाताओं को साध सकती है क्योंकि नीतू सिंह कानपुर के ब्राह्मण सांसद सत्यदेव पचौरी की बेटी हैं.


हालांकि समाजवादी पार्टी अपने सियासी जोड़तोड़ में किसी को चुनौती की तरह नहीं देखती. सपा विधायक अमिताभ बाजपेई की पत्नी वंदना बाजपाई मेयर पद की उम्मीदवार हैं और मुस्लिम, ब्राह्मण, यादव कॉम्बिनेशन के दम पर सपा इस बार चमत्कार की उम्मीद कर रही है.


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कांग्रेस पार्टी में अभी भी सब कुछ ठीक नहीं
वहीं कानपुर में कांग्रेस पार्टी में महापौर पद के प्रत्याशी को लेकर अभी भी सब कुछ ठीक नहीं है. कांग्रेस प्रत्याशी आशनी अवस्थी के पति और UPCC के प्रदेश सचिव भरी पार्टी की बैठक में फूट फूट कर रो रहे हैं. विकास अवस्थी की मानें तो पार्टी के कुछ नेता और कार्यकर्ता उनसे पूछ रहे हैं कि वो चुनाव बिना पैसे कैसे लड़ेंगे? साफ है इसे लेकर सियासत पार्टी के भीतर काफी तेज दिखती है.


महापौर पद पर आज तक या तो बीजेपी का कब्जा रहा है या फिर कांग्रेस का, लेकिन जानकर इस बार सपा के खेल की खूब चर्चा कर रहे हैं कि कहीं समाजवादी पार्टी इस बार बीजेपी को चौंका ना दे.