Lucknow: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) 19 सितंबर को अपने सभी विधायकों और विधान परिषद सदस्यों के सपा कार्यालय से विधानभवन तक पैदल मार्च करेंगे.सपा ने 18 सितंबर तक होने वाला क्रमिक अनशन स्थगित कर दिया है. इस बीच खबर यह आई है कि सपा के इस पैदल मार्च से पहले 18 सितंबर को पार्टी की एक बड़ी बैठक बुलाई गई है.
कब और कहां होगी सपा की बैठक
समाजवादी पार्टी विधानमंडल दल की बैठक 18 सितंबर को पार्टी मुख्यालय पर बुलाई गई है. इस बैठक में 19 सितंबर को अखिलेश यादव के नेतृत्व में होने वाले पैदल मार्च के साथ-साथ विधानसभा के मानसून सत्र में सरकार को घेरने की रणनीति बनाई जाएगी. बैठक में पार्टी के सभी विधायकों और सभी विधान परिषद सदस्यों को बुलाया गया है. यह बैठक सोमवार दोपहर 12 बजे पार्टी कार्यालय में बुलाई गई है.
सपा ने 14 से 18 सितंबर तक प्रतिदिन प्रदेश सरकार के खिलाफ विधान भवन में क्रमिक धरना देने का निर्णय लिया था. पार्टी ने महंगाई, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था, किसानों आदि की समस्याओं को लेकर अपने अलग-अलग विधायकों को क्रमिक धरना की जिम्मेदारी सौंपी थी. बुधवार को विधानभवन स्थित चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर क्रमिक धरना देने जा रहे सपा विधायकों और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने सपा विधायकों को ईको-गार्डेन स्थित धरना स्थल लेकर गई. वहां विधायक और कार्यकर्ताओं ने दोपहर दो बजे तक धरना दिया. बाद में पुलिस ने उन्हें रिहा कर दिया था.
अखिलेश यादव ने क्या आरोप लगाया है
इसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा था कि प्रदेश की बीजेपी सरकार लोकतंत्र की हत्यारी है. उनका कहना है कि सरकार का रवैया पूरी तरह अलोकतांत्रिक और तानाशाहीपूर्ण है. जनता की समस्याओं और जनहित के मुद्दों को लेकर शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन विपक्ष का लोकतांत्रिक अधिकार है. इसे भी छीना जा रहा है. प्रदेश में आपातकाल जैसे हालात हैं. जनता और विपक्ष की आवाज कुचलने का षड्यंत्र है.
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