UP Politics: आजम खान के सियासी सफर पर इन वजहों से आया संकट! क्या पश्चिमी यूपी में सपा के खिलाफ चुनौती बने तमाम मुद्दे?
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के लिए पश्चिमी यूपी (Weat UP) में चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं. वहीं आजम खान (Azam Khan) के सियासी सफर पर भी कई वजहों से संकट दिखने लगा है.
UP News: यूपी के सियासी रण में अब समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के दिग्गज नेता और रामपुर (Rampur) से पूर्व विधायक रहे आजम खान (Azam Khan) की फिर से वापसी मुश्किल लगती है. एमपी-एमएलए कोर्ट (MP-MLA Court) से सजा होने के बाद आजम खान के अगले छह साल तक चुनाव लड़ने पर रोक लगनी तय मानी जा रही है. जिसके कारण पश्चिमी यूपी (Weat UP) की कई सीटों पर आजम खान के प्रभाव को देखते हुए निकाय चुनाव की तैयारी में जुटी सपा को भी करारा झटका लगा है.
वहीं बढ़ती उम्र, गिरती सेहत और मुकदमों की भरमार के चलते आजम खान की सियासी रण में वापसी की राह अब मुश्किल है. विधानसभा चुनाव में रामपुर जिले की पांच में से तीन सीटें सपा ने जीती थीं. इसमें आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम दोनों ही चुनाव जीते थे. तब मुरादाबाद जिले में भी पांच सीट में चार सपा ने जीत ली, जबकि सिर्फ एक सीट पर बीजेपी ने जीती थी. वहीं संभल में भी चार में से तीन सीटें सपा ने जीती थी.
विधानसभा चुनाव में ऐसा रहा था प्रदर्शन
कुल मिलाकर पश्चिमी यूपी में सपा-रालोद गठबंधन ने 40 से अधिक सीटें जीती थी. माना जाता है कि इस जीत में आजम खान की भी बड़ी भूमिका रही थी. जब आजम खान पर छह साल के लिए चुनाव लड़ने की रोक लगी तो उनका वोटरों से जुड़ाव हो प्रभावित होगा. साथ ही उनकी उम्र भी करीब 80 साल हो जाएगी.
वहीं आजम खान पर लगे प्रतिबंध का सपा पूरा लाभ उठाने की कोशिश करेगी. सपा लगातार कहती है कि सरकार बदले की भावना से कार्रवाई कर रही और आजम खान पर फर्जी मुकदमे लगाए गए हैं. मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद सपा को लगातार झटके लग रहे हैं. पहले इमरान मसूद पार्टी छोड़कर बसपा में चले गए. अब आजम खान को अदालत ने सजा सुनाई है. माना जा रहा है कि ये सभी सपा की राजनीतिक राह आगे काफी मुश्किल रहने वाले हैं.