UP News: उत्तर प्रदेश में विधानसभा का मानसून सत्र (UP Monsoon Session) सोमवार से शुरू हो गया है. इस सत्र से पहले समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के नेतृत्व में पैदल मार्च निकाला. जिसको लखनऊ पुलिस (Lucknow Police) ने रोक दिया. पुलिस का आरोप है कि सपा ने मार्च के दौरान रुट फॉलो नहीं किया है. जिसके बाद अखिलेश यादव धरने पर बैठक गए. उन्होंने इस दौरान यूपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है.
अखिलेश यादव ने कहा, "कोई कल्पना नहीं कर सकता था कि भारत जैसे देश में दूध पर जीएसटी लग जाएगी. खाने पीने की चीजें महंगी होती जा रही हैं. नौकरी रोजगार के जो सपने दिखाए थे, उसके लिए सरकार संसाधन नहीं जुटा पा रही है. रोजगार छीनने जा रहे हैं. प्राइवेटाइजेशन से जो अधिकार संविधान से मिले वह सब छीनी जा रहे हैं. कोई विभाग नहीं बचा है, जो सरकार प्राइवेटाइज न हो. कानून व्यवस्था कभी इतना बर्बाद नहीं हुआ होगा, भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है."
अखिलेश यादव का आरोप
सपा प्रमुख ने कहा, "रेलवे और हवाई जहाज भी गए, जहां रोजगार मिलने चाहिए थे. सब खत्म कर दिया, क्या करुणा से फौज की भर्ती बनती और जिस रूप में लेकर अग्निवीर आए हैं. कोई नौजवान संतुष्ट नहीं है जिस समय नौजवान निकले थे उन पर झूठे मुकदमे लगा दिया. हम आज सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करना चाह रहे थे. हमें सदन नहीं जाने दे रहे हैं. बड़े-बड़े नेताओं को रोका, लीडर ऑफ अपोजिशन को रोक रहे हैं."
उन्होंने कहा, "पूर्व मुख्यमंत्री को रोक रहे हैं. सरकार क्यों नहीं पेश करना चाहती. सरकार इसके नहीं कर रही कि असफल हुई है. लोकतंत्र के मूल्यों को बचाने के लिए सपा इसी तरह सड़क के रास्ते पर आएगी. हमारी अगली रणनीति अब विधायक तय करेंगे. उत्तर प्रदेश में कुछ हिस्सों में बाढ़ और कुछ हिस्सों में सूखा है. सरकार ने किसानों को इससे हुए नुकसान पर कोई राहत नहीं दी है. लम्पी वायरस से हजारों-हजार गायों की जान जा चुकी हैं, सरकार उन जानवरों की देखभाल के लिए भी कुछ नहीं कर पाई है."
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