UP News: उत्तर प्रदेश की राजनीति में परिवार के साथ एकजुट होने के बाद से शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) चर्चा का केंद्र बने हुए हैं. बीते दिनों उपचुनाव के दौरान रिवरफ्रंट घोटाले (Riverfront Scam) में उनके खिलाफ सीबीआई (CBI) ने जांच की अनुमति मांगी थी. अब इस बात पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से सवाल हुआ तो वो भड़क गए.
पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, "बीजेपी का दुख है कि ये सब एक क्यों हो रहे हैं. बीजेपी किसी को एक होते हुए नहीं देख सकती है. उन्होंने हमेशा बंटवारे की राजनीति की है. इसी लिए उन्होंने शिवपाल यादव की सुरक्षा वापस ली. इसीलिए उन्होंने रिवरफ्रंट के जांच की बात कही. अगर कैबिनेट के फैसलों की जांच होने लगी और कैबिनेट के फैसलों की ईडी और सीबीआई होने लगी तो फिर कोई भी सरकार और मंत्री बच नहीं पाएगा, जिसकी जांच नहीं होगी."
बीजेपी पर साधा निशाना?
सपा प्रमुख ने कहा, "मैं तो ये कहूंगा कि मुख्यमंत्री को अधिकारियों के खेल में नहीं फंसना चाहिए. बीजेपी को क्या बीमारी है इसका कोई पता नहीं है. उस बीमार का क्या इलाज होगा, इसका भी पता नहीं है. जब परिवार अलग-अलग होते हैं तो ये आरोप लगाते हैं कि परिवार एक नहीं कर सकते हैं. जब परिवार एक हो जाता है तो कहते हैं कि ये परिवारवादी पार्टी है. आज जब पूरा नेताजी का चुनाव समझकर सब लोग."
अखिलेश यादव ने कहा, "जिस क्षेत्र से चाचा चुनकर आते हैं वो नेताजी का क्षेत्र रहा है, शुरुआती दौर में नेताजी वहां से कई बार विधायक रहे हैं. वहां गांव-गांव और घर-घर नेताजी गए हैं. वहां के हर परिवार के सदस्य को वे जानते हैं. वहां कोई जब उनसे मिलता था तो नेताजी उसके साथ रहे थे. चाचा आ गए हैं, उनकी पार्टी का विलय हो गया है. मुझे लगता है यही दुख बीजेपी के लोगों का है."