Varanasi News: वाराणसी (Varanasi) पहुंचे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर बीजेपी पर जमकर हमला बोला है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि इन्वेस्टर अच्छे माहौल से नहीं आते, इंसेंटिव मिलने से आते हैं. यूपी में जो उद्योग लगाने आ रहे हैं, आखिर उन्हें क्या मिलेगा. इसी के साथ अखिलेश यादव ने कहा कि जब तक हम जमीन, पानी, बिजली नहीं देंगे, टैक्स में सहूलियत नहीं देंगे, कोई क्यों यूपी में इन्वेस्ट करेगा. वो मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, वेस्ट बंगाल, तेलंगाना चला जाएगा. हमारे मुख्यमंत्री के सामने दिल्ली वालों ने परेशानी पैदा कर दी है.


इन्वेस्टर्स समिट में अडानी के न आने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि बुरे वक्त में ही असली दोस्त की पहचान होती है. ये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे, जैसे न जाने कितने गाने बने हैं. बीजेपी के दोस्तों को अपने दोस्त की मदद करनी चाहिए. इस बुरे वक्त में उनके साथ खड़ा दिखाई देना चाहिए. बीजेपी ने चाहे गलत फैसले लिए हों. गलत तरीके से उनको आगे बढ़ाया हो, लेकिन अब उनकी जिम्मेदारी बनती है. एसबीआई एलआईसी का पैसा डूबेगा, आम जनता का पैसा डूबेगा, इसलिए ये दिखाइए कि वह आपके सच्चे मित्र थे और सच्चे मित्र के साथ खड़ा दिखना चाहिए तभी हम दोस्ती की जोड़ी वाले गाने गा पाएंगे.


'बीजेपी वाले बाबा से वोट मांगते हैं'
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि हमने बाबा के दर्शन किए लेकिन उनसे वोट नहीं मांगा. बीजेपी वाले बाबा से वोट मांगते हैं. हमने जनता के लिए अच्छे रास्ते मांगे क्योंकि हमारा देश दुनिया में बहुत पिछड़ रहा है. आप दुनिया के हर देश में झोला लेकर जा रहे हैं और इन्वेस्टमेंट मांग रहे हैं. अगर कोई कारोबारी फेल हुआ, इंग्लैंड से बाहर निकाला गया, अमेरिका से बाहर निकाल दिया गया तो हमारे देश की क्या छवि बनेगी. इसी के साथ अखिलेश यादव ने कहा कि जब भी मौका मिलता है, बाबा का दर्शन करता हूं. यही प्रार्थना करता हूं कि आम लोगों का जीवन बेहतर हो. मां गंगा का मूल स्वरूप बना रहे.


'बीजेपी ने सुंदरता, हेरिटेज और हिस्ट्री को किया बर्बाद'
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि पहला फैसला समाजवादी पार्टी की सरकार की कैबिनेट ने लिया था. मकान लेने की शुरुआत भी उसी समय हुई थी, लेकिन बीजेपी ने अपना ठप्पा लगा दिया. बीजेपी ने सुंदरता, हेरिटेज और हिस्ट्री को बर्बाद किया है. अगर कोई यहां आता है या किसी जगह जाता है तो पुरानी हेरिटेज देखना चाहता है. उनके पूर्वजों ने किस तरह संजोया था. पूर्वजों की चीजों को हमें संरक्षण देकर अगली पीढ़ी को कुछ और बेहतर देना है. यह हमारी जिम्मेदारी है. बाबा के मंदिर के पास एक प्राचीन वृक्ष था, वो किसने गिरा दिया. ऐसी बहुत सी चीजें हैं जिन पर उंगली उठाई जा सकती हैं. धार्मिक स्थानों पर अगर इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर होगा तो चीजें अच्छी होंगी लेकिन मां गंगा की सफाई कहां हुई. गोमती नदी को बर्बाद करने की जिम्मेदारी किसकी है? यमुना नदी को बर्बाद करने वाला कौन है? ये बीजेपी के लोग हैं जिन्होंने नदियों को बर्बाद किया.


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