Lok Sabha Elections 2024: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का राष्ट्रीय अधिवेशन शनिवार को कोलकाता (Kolkata) में शुरू हुआ. अधिवेशन के कोलकाता से होने पर बीजेपी (BJP) ने सवाल खड़े कर दिए. इसके अलावा कुछ ऐसे नेताओं के बयान आए, जिसके बाद चर्चा शुरू हो गई कि क्या अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) कोलकाता से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे?


फतेहपुर सांसद और केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कोलकाता में अधिवेशन होने पर कहा, "अखिलेश यादव पश्चिम बंगाल से चुनाव लड़ सकते हैं. अखिलेश यादव यूपी छोड़ पश्चिम बंगाल से चुनाव लड़े इसीलिए कोलकाता में अधिवेशन कर रहे हैं. ममता (पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी) का यूपी में कोई अस्तित्व नहीं है, जिनका कुछ था उनके साथ भी गठबंधन करके देख लिया."


योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "सपा ने मुसलमानों को सिर्फ अपना वोट बैंक समझा है लेकिन सपा के हाथ से मुस्लिम बहुत निकल गया है. तीसरा मोर्चा बना था लेकिन यह लोग कुछ नहीं कर पाए. सपा, बसपा और कांग्रेस सब एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं."


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क्या बोले बस्ती सांसद?
जबकि बस्ती लोकसभा सीट से सांसद और बीजेपी के राष्ट्रीय मंत्री हरीश द्विवेदी ने कहा, "राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक करने के लिए अखिलेश यादव कोलकाता गए हैं. इसका साफ मतलब है कि उन्हें यूपी में उन्हें अब अपना स्कोप नजर नहीं आ रहा है, इसलिए वह पश्चिम बंगाल में चले गए हैं. वहां पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सामने वे स्टूल पर बैठे नजर आ रहे हैं. इससे साफ होता है कि आज की तारीख में अन्य पार्टियों के सामने उनकी क्या स्थिति है."


हालांकि इसके उलट सपा ने राष्ट्रीय अधिवेशन के बाद कहा, "उत्तर प्रदेश की कुल 80 लोकसभा सीट में से कम से कम 50 सीट जीतने और यह सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखा है कि राज्य में बीजेपी की हार तय हो." बता दें कि अधिवेशन से पहले अखिलेश यादव ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी.