Bahraich Encounter: उत्तर प्रदेश में बहराइच हिंसा के आरोपी सरफराज और तालिब गुरुवार को पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने से घायल हो गए. उन पर बहराइच में मां दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के दौरान हुई हिंसा में रामगोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या करने का आरोप था. दोनों हिंसा के बाद से फरार चल रहे थे. इस मामले में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया आई है.


अखिलेश यादव ने कहा कि ये सरकार की नाकामी की वजह से हो रही है. नई परिभाषा में हाफ एनकाउंटर है. ये प्रशासन का फेलियोर है. ये डराने के लिए हाफ एनकाउंटर या एनकाउंटर किया गया है. सरकार ये सब एनकाउंटर करके अपने नाकामी छिपा रही है. जो घटना हुई है वो दुखद हुई है. ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए थी. ये घटना रोकी जा सकती थी. बांटो और राज करो की नीति पर सरकार चल रही है. 


सपा प्रमुख ने कहा, 'अगर एनकाउंटर से ही कानून-व्यवस्था बेहतर हो रही होती तो अभी उत्तर प्रदेश कई आंकड़ों में दूसरे प्रदेशों से अच्छा होता.  यह प्रशासनिक विफलता थी कि जब वहां(बहराइच) कार्यक्रम पुलिस की जानकारी में था तो आखिरकार वे शांतिपूर्ण तरीके से कार्यक्रम संपन्न क्यों नहीं करवा पाए? एनकाउंटर करना और नफरत को बढ़ावा देना, यह इस सरकार के काम करने का नया तरीका है. यह कहां की न्याय व्यवस्था है?'


नेपाल भागना चाहते थे आरोपी
सरफराज और उसके साथियों पर रामगोपाल मिश्रा की बेरहमी से हत्या करने का आरोप है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरफराज उत्तर प्रदेश पुलिस से बचने के लिए नेपाल भागने की फिराक में था, लेकिन वह पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गया. इसके बाद दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हालांकि सरफार की हालत नाजुक बताई जा रही है.


बहराइच में कैसे हुआ सरफराज और तालिब का एनकाउंटर? SP वृंदा शुक्ला ने बताया- जब पुलिस टीम...


पुलिस-प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से दूर रहें और किसी भी प्रकार की भ्रामक जानकारी पर विश्वास न करें. सोशल मीडिया पर फैली भ्रामक पोस्टों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. प्रशासन ने चेतावनी दी है कि यदि कोई भी व्यक्ति गलत जानकारी फैलाता पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.