Samajwadi Party News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज यानी गुरुवार को सामाजिक न्याय यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. उनकी इस सामाजिक न्याय यात्रा का उद्देश्य जातिगत जनगणना, लोकतंत्र बचाओ और संविधान बचाओ जागरूकता का प्रचार और प्रसार करना है. समाजवादी पार्टी की इस सामाजिक न्याय यात्रा का शुभारंभ पार्टी मुख्यालय से किया गया है.
इस दौरान पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी की केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा और किसान, मजदूर से लेकर बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार पर सवाल उठाए. वहीं सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की देवी लक्ष्मी पर विवादित टिप्पणी के बीच अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी का स्पष्ट मानना है कि कभी भी धर्म पर चर्चा नहीं होनी चाहिए. हमारी पार्टी का मानना है कि लोग जैसे हैं वैसे ही उन्हें स्वीकार करें, चाहे उनका धर्म कुछ भी हो. समाजवादी पार्टी सिद्धांतों पर चलने वाली पार्टी है.
बिजनौर में होगा सामाजिक न्याय यात्रा का समापन
उन्होंने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय से 9 दिवसीय सामाजिक न्याय यात्रा का हरी झंडी दिखाई. समाजवादी पार्टी की यह सामाजिक न्याय यात्रा 9 दिनों तक जारी रहेगी, जिस दौरान यह राज्य के कई जिलों से होकर गुजरेगी और इसका समापन 25 नवंबर को बिजनौर में होगा. इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य लोगों के बीच जातिगत जनगणना जैसे कई अहम मुद्दों पर लोगों को जागरुक करना है. इस यात्रा के जरिए समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता अलग अलग जिलों में लोगों के बीच जाकर उन्हें जागरुक करने का काम करेंगे.
राज्य सरकार पर साधा निशाना
अखिलेश यादव ने इस दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सराकर होने के बाद भी राज्य के गरीब, किसान, मजदूर, पिछड़े, दलित, आदिवासी अल्पसंख्यक को अभी तक उनका हक और सम्मान नहीं दे पाई है. ऐसे में उनकी यह सामाजिक न्यया यात्रा अपने कई सवालों को लेकर जनता को जागरूक करने का काम करेगी. उनका कहना है कि बेरोजगारी, पुरानी पेंशन बहाली और शिक्षा के नाम पर हो रहे व्यापार को रोकने के लिए इस यात्रा को निकाला जा रहा है.
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