UP News: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए यूपी की 80 सीटों पर सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के अलावा विपक्षी दलों की भी निगाहें हैं. इस चुनाव के लिए सभी पार्टी दमखम के साथ मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं. वहीं समाजवादी पार्टी ने इस चुनाव को लेकर पूरी तैयारी कर ली है और बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत करने में जुटी हुई है. सपा यूपी में मिशन 80 के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर मजबूत कर रही है. क्योंकि सपा ने साल 2019 के चुनाव में बहुत ही कम सीटों पर जीत हासिल की थी.


साल 2019 के चुनाव में सपा को पांच सीटों पर जीत मिली थी, जिसमें मुरादाबाद से एस टी हसन, रामपुर से आजम खान, संभल से शफीकुर्रहमान, मैनपुरी से मुलायम सिंह यादव और आजमगढ़ से अखिलेश यादव ने जीत दर्ज की थी. वहीं लोकसभा चुनाव 2019 के बाद सपा को दो सीटों पर उपचुनाव में हार मिली, जिसमें एक सीट आजमगढ़ की थी जिसे सपा का गढ़ कहा जाता था. यह सीट अखिलेश यादव के विधानसभा सद्स्य निर्वाचित होने के बाद खाली हुई थी और इस सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी उम्मीदवार दिनेश लाल निरहुआ ने सपा उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव को हराया था. इसके अलावा सपा को रामपुर सीट पर भी उपचुनाव में हार मिली थी, इस सीट पर बीजेपी प्रत्याशी घनश्याम लोधी ने समाजवादी पार्टी के आसिम रजा को 42 हजार से अधिक वोटों से हराया था. सपा की यह सीट आजम खान को हेट स्पीच मामले में दोषी करार होने के बाद खाली हुई थी.


वहीं इस बार सपा मुखिया अखिलेश यादव ने साफ कर दिया है कि एनडीए को पीडीए हराएगा. अखिलेश यादव ने कहा है कि पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक मिलकर इस बार भारतीय जनता पार्टी का सफाया करेंगे. इसके साथ ही अखिलेश यादव ने अभी यह साफ नहीं किया है कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए वह किस पार्टी के साथ गठबंधन करेंगे.


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