UP Politics: अखिलेश यादव बोले- 'यूपी में हो रही दिनदहाड़े लूट, विपक्षियों को बदनाम करने के लिए CBI-ED के चल रहे छापे'
Lucknow News: अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा है कि अपराधियों को सत्ता का संरक्षण मिलने से उनके हौसले बुलंद हो गए हैं वे अब बीजेपी (BJP) नेताओं को भी कुछ नहीं समझने लगे हैं.
UP News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने यूपी में कानून व्यवस्था को लेकर बीजेपी (BJP) पर जुबानी हमला बोला है. उन्होंने कहा, "कहते हैं जब रोम जल रहा था, सम्राट नीरो बांसुरी बजा रहा था. यही हाल उत्तर प्रदेश में बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व का है. केन्द्र हो या राज्य डबल इंजन की नजर में तो यह छुपा नहीं होगा कि यूपी में अपराधियों को सत्ता से कैसी खुली छूट मिली हुई है?"
सपा प्रमुख ने कहा, "जेल के अन्दर, जेल के गेट पर, कोर्ट रूम में, कोर्ट परिसर में, पुलिस अभिरक्षा में, पुलिस हिरासत में, पुलिस थाने के अंदर कहीं तो कोई सुरक्षित नहीं है. अति सुरक्षित माने जाने वाली जगहों पर लगातार हत्याएं और दुष्कर्म होना आम बात हो गई है. दिनदहाड़े लूट हो रही है. थाने जल्लादघर कैसे हो सकते है? इस सबके बावजूद प्रदेश में कानून व्यवस्था के ठीक होने की चर्चा भाजपाई झूठ की इंतहा नहीं तो और क्या है?"
UP Politics: 31 साल की सपा, राजनीति में किसी दल के साथ नहीं टिका गठबंधन, पढ़ें अब तक का सफर
ईडी-CBI के चल रहे छापे
अखिलेश यादव ने कहा, "बीजेपी राज में विपक्षियों को बदनाम करने के लिए सीबीआई और ईडी के छापे चल रहे है. हद यह है कि अब विपक्ष की आवाज उठाने वालों पर जानलेवा हमला भी हो रहा है. अपराधी घटना को अंजाम देकर आराम से निकल जाते हैं. ऐसे में आम जनता की सुरक्षा कैसे होगी? अपराधियों को सत्ता का संरक्षण मिलने से उनके हौसले बुलंद हो गए हैं वे अब भाजपा नेताओं को भी कुछ नहीं समझने लगे हैं. लखनऊ में कई बीजेपी नेताओं को अपमानित किया गया."
उन्होंने कहा, "ताजा घटना गोमती नगर की है जिसमें बीजेपी की विद्यार्थी परिषद के लखनऊ महानगर संयोजक की मां की चेन छीनकर लुटेरे भाग गए. बीजेपी सरकार की चुस्त दुरूस्त कानून व्यवस्था का हाल ये है कि अब खुद खाकी वाले ही सरकार की साख पर बट्टा लगाने में संकोच नहीं कर रहे है. नोएडा में एक अंडा का ठेले लगानेवाला का ठेला ही पुलिस वालो ने उलट दिया क्योंकि उसे अंडा सर्व करने में कुछ देर हो गयी थी. आगरा में तो पुलिस खुद माफिया बन गई."