UP Politics: लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की फैजाबाद सीट पर बीजेपी को हार देखनी पड़ी. अयोध्या में हुई बीजेपी की हार को लेकर समीक्षा का दौर अब भी जारी है. वहीं अयोध्या में बीजेपी की हार को लेकर हुई समीक्षा बैठक में अयोध्या के जिलाधिकारी और हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास की तीखी नोक झोंक हो गई. इस दौरान योगी सरकार के दो मंत्री भी वहां मौजूद थे. वहीं महंत और डीएम के बीच हुई नोंक-झोंक के बाद महंत राजू दास के गनर को हटा दिया गया. इसी बीच अब समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बिना नाम लिए ही बीजेपी पर निशाना साधा है.


सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बिना किसी का नाम लिए एक्स पर एक पोस्ट कर लिखा, "उप्र भाजपा अपनी हार का बदला अयोध्या के साधु-संतों से न ले। जो सच में सज्जन है उनकी सुरक्षा की समीक्षा करके सुरक्षा प्रदान की जाए."




महंत के गनर हटाए जाने पर अखिलश यादव बोले?


हनुमानगढ़ी के महंत के गनर को हटाने जाने के बाद सपा चीफ अखिलेश यादव ने भी अब प्रतिक्रिया दी है. अखिलेश यादव ने महंत के गनर हटाए जाने को लेकर बीजेपी पर हमला बोला और कहा कि बीजेपी अयोध्या के साधु-संतों से बदला न ले. महंत के गनर हटाए जाने पर अखिलेश यादव ने कहा कि जो सच में सज्जन हैं उनकी सुरक्षा की समीक्षा करके सुरक्षा प्रदान की जाए. 


महंत और डीएम के बीच हुई झड़प का मामला गर्माया


बता दें कि अयोध्या में हुई झड़प का मामला गर्माया हुआ है और बीजेपी प्रदेश संगठन ने अयोध्या इकाई से इस मामले की रिपोर्ट तलब की है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष दोनों की जानकारी में यह मामला लाया गया है. बीजेपी की समीक्षा के दौरान दो मंत्रियों की मौजूदगी में DM अयोध्या की महंत राजू दास से हुई झड़प पर रिपोर्ट तलब की गई है. अयोध्या के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही के बुलाने पर समीक्षा बैठक में महंत राजू दास गए थे. वहीं पर उनके और काबीना मंत्री जयवीर सिंह की मौजूदगी में DM और महंत राजू दास के बीच झड़प हुई थी. इस झड़प के बाद राजू दास का गनर वापिस लिया गया था.


महंत राजू दास और DM अयोध्या नीतीश कुमार की झड़प योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही और जयवीर सिंह की मौजूदगी में हुई थी. महंत राजू दास अयोध्या के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही से समय लेकर हार पर अपना फीडबैक देने पहुंचे थे. इस दौरान वहां पर DM अयोध्या नीतीश कुमार मौजूद थे और वह महंत राजू दास के चुनाव के दौरान प्रशासन के खिलाफ दिए बयानों से बेहद नाराज थे.


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