लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा राज में जनसामान्य पर चौतरफा मार पड़ रही है. एक ओर कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा है. 24 घंटे में इससे 18 मौतें हुईं 1407 नए केस दर्ज हुए. महंगाई की मार से हर कोई परेशान है. भाजपा सरकार बच्चियों के साथ दुष्कर्म और हत्या जैसे अमानवीय अपराधों पर रोक लगाने में अक्षम साबित हुई है. व्यापारी लुट रहे हैं. किसान जान गंवा रहे हैं लेकिन भाजपा नेताओं की दबंगई का कोई इलाज नहीं, उन्हें मनमानी की छूट मिली हुई है.
मुख्यमंत्री को देना होगा जवाब
बस्ती में एक दलित बच्ची का अपहरण के बाद रेप और फिर हत्या की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है. 4 दिन पुलिस शिकायत पर बैठी रही. आए दिन होने वाली इन घटनाओं पर सरकार का असंवेदनशील रवैया निंदनीय है. बेटियों की सुरक्षा के नाम पर सिर्फ खोखले दावों से कब सुरक्षित होंगी बेटियां. मुख्यमंत्री जी को इसकी जवाबदेही देनी होगी.
मथुरा में व्यापारी अनिल अग्रवाल की निर्मम हत्या हो गई. भाजपा राज में व्यापारियों का जानमाल असुरक्षित है. व्यापारियों को सुरक्षा नहीं मिल रही है. राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के कई जनपदों में व्यापारी लूट, अपहरण और हत्या के शिकार हुए हैं. खुद मुख्यमंत्री के गृहजनपद में लूट और दुष्कर्म के कई मामले सामने आए हैं.
बीजेपी नेता बेलगाम हो गये हैं
प्रदेश में बढ़ते अपराधों के पीछे अपराधियों को सत्ता का संरक्षण प्राप्त होना है. भाजपा नेता तो बेलगाम हो गए हैं. औरैया में मौरंग मंडी में चेकिंग के दौरान एसडीएम रमेश यादव पर स्थानीय भाजपा नेता के भाई ने अपने साथियों के साथ जान लेवा हमला किया. कई भाजपा नेता अवैध शराब, देह व्यापार और दूसरी अपराधिक गतिविधियों में संलिप्त पाए गए हैं. सत्ताशीर्ष पर बैठे नेता इन्हें बचाते हैं.
बीजेपी सरकार का ध्यान प्रशासन पर कम राजनीतिक स्वार्थ साधन पर ज्यादा रहता है. फलतः प्रशासनिक मशीनरी भी सुस्त रहती हैं. जनता की कठिनाईयों के समाधान में बीजेपी की दिलचस्पी नहीं होने से विकास कार्य अवरूद्ध हैं और प्रदेश लगातार प्रगति की दिशा में पिछड़ता जा रहा है. बीजेपी सरकार के जनविरोधी कामों से जनता में तीव्र आक्रोश है. जनता का यह आक्रोश 2022 में परिवर्तन पर मुहर लगाएगा.
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