Sambhal News: संसद के शीतकालीन सत्र के छठें दिन मंगलवार को भी जमकर हंगामा हुआ. उत्तर प्रदेश स्थित संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के बाद हुई हिंसा, तोड़फोड़, आगजनी और चार युवकों की मौत पर चर्चा की मांग की गई है. इस मुद्दे पर लोकसभा में समाजवादी पार्टी की अगुवाई में कांग्रेस सांसदों ने भी वाकआउट कर दिया.
उधर राज्यसभा में रामगोपाल यादव ने संभल का मुद्दा उठाया. सांसद ने कहा कि 24 तारीख को दोबारा सर्वे करने पहुंच गई टीम और पूरे संभल को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया.
उपचुनाव पर सांसद का बड़ा दावा
उन्होंने सदन में कहा कि अचानक भीड़ के साथ सर्वे करने वाले मस्जिद में दाखिल होने लगे लोगों को लगा मस्जिद में तोड़फोड़ करने जा रहे हैं जिसके बाद उन्होंने पत्थर चलाएं और फिर उनके ऊपर गोली चलाई गई जिसमें चार लोगों की मौत हो गई.सांसद ने कहा कि सैकड़ों लोगों के खिलाफ मुकदमे कायम हुए और कई लोग जेलों में हैं. उपचुनाव के संदर्भ में रामगोपाल ने कहा कि पास के जिलों में मतदान करने से रोका गया.
बदायूं की जामा मस्जिद शम्सी या नीलकंठ महादेव मंदिर? संभल के बाद एक और विवाद, आज होगी सुनवाई
राज्यसभा सांसद ने कहा कि उपचुनाव में लोगों को मतदान नहीं करने दिया गया और उसे ध्यान भटकने के लिए संभल का मुद्दा खड़ा किया गया. वहीं कांग्रेस से राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी भी संभल मुद्दे पर बोलने की मांग कर रहे थे लेकिन उनको अनुमति नहीं मिली.
इसके अलावा सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि'संभल का मुद्दा हर दिन उठ रहा है. पांच लोग मारे गए और 20 अन्य घायल हो गए लेकिन अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है. अगर यह पूर्व नियोजित साजिश नहीं होती तो बदायूं, अजमेर शरीफ और जौनपुर में भी यही हुआ. पूरे देश को जलाने की साजिश है.'