UP News: कन्नौज जिले की सदर कोतवाली के जलालाबाद इलाके में छात्रा की मौत के मामले में अब राजनीति तेज हो गई है. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने दो दिन पहले मृतक लड़की के घर पर सपा का एक डेलिगेशन भेजा था. उसके बाद अखिलेश यादव ने एक ट्वीट कर मामले को हाथरस कांड से जोड़ते हुए लिखा था कि हाथरस की बेटी की तरह कन्नौज की बेटी का पुलिस ने पिता के आने से पहले अंतिम संस्कार करवा दिया था, आखिर पुलिस क्या छुपा रही है.


सपा मुखिया के इस ट्वीट के बाद कन्नौज पुलिस ने बयान जारी करते हुए अखिलेश यादव के आरोप का खंडन किया था. पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद का कहना था कि पीड़ित परिवार ने 24  जुलाई को गुमशुदी का मामला दर्ज कराया था. 25 जुलाई को लड़की का शव एक पेंड पर लटका हुआ मिला था. शव का पोस्टमार्टम कराया गया तो हत्या का कारन हैंगिंग आया था. पुलिस पीड़ित परिवार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.


''पुलिस आरोपियों को बचा रही है''


वहीं पीड़ित परिवार ने भी जबरन पुलिस के दबाव में आकर अंतिम संस्कार करवाने की बात को गलत बताया है. मामले पर आज सपा नेता और नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय खुद पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. मीडिया से बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा की कन्नौज की बेटी को न्याय दिलाने के लिए आगे है. पीड़ित परिवार को अभी तक न्याय नहीं मिला है. पुलिस आरोपियों को बचा रही है.


माता प्रसाद पांडेय नहीं दे पाए इस सवाल का जवाब


पत्रकारों ने जब नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय से पूछा कि सत्ता पक्ष का आरोप है कि सपा का डेलिगेशन कन्नौज की बेटी के पीड़ित परिवार से मिलने पंहुच गया, लेकिन अयोध्या में पीड़ित लड़की के घर सपा का कोई डेलिगेशन नहीं गया. इस सवाल पर नेता प्रतिपक्ष गोलमाल जवाब देते नजर आए.


प्रेम प्रसंग में आत्महत्या 


कन्नौज के पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद कुमार ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि लड़की अपने प्रेमी राजू से मिलने दिल्ली गई थी तो उसके प्रेमी ने उससे शादी करने से इनकार कर दिया था और रात में लड़की गांव को छोड़कर चली गई. उसके बाद लड़की का शव पेड पर लटका मिला था. पुलिस ने प्रेमी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, प्रेमी ने भी पुलिस के सामने पूरे मामले को बताया है.  


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