Kanpur Dehat Case: कानपुर देहात के मड़ौली गांव मे अतिक्रमण हटाने के दौरान मां बेटी की जिंदा जलकर हुई मौत के मामले मे आज गुरुवार (16 फरवरी) को समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल पीड़ित परिवार से मिला. सपा प्रतिनिधि मंडल ने पीड़ित परिवार से बन्द कमरे मे बात की. इस बातचीत के दौरान प्रतिनिधि मंडल और पीड़ित परिवार के आलावा कोई भी शख्स घर के अंदर नहीं पहुंच पाया. समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने पीड़ित परिवार से बात करने के बाद मीडिया से बात की और यूपी की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा. 


समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री व इस प्रतिनिधि मण्डल का नेतृत्व कर रहे सपा नेता मनोज पाण्डेय ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने स्वयं इस घटना को संज्ञान में लेते हुए यह प्रतिनिधि मंडल भेजा है. ताकि हम पीड़ित परिवार को यह भरोसा दिला सकें कि इस दुख की घड़ी मे समाजवादी पार्टी उनके साथ खड़ी है और उन्हें न्याय दिलाने के लिए जो भी करना पड़े वह पार्टी करने के लिए तैयार है.


बुलडोजर चला देना उचित नहीं


इसके साथ ही सपा नेता ने कहा कि किसी गरीब के घर को गिराने के लिए बुलडोजर चला देना उचित नहीं है. इस घटना के बाद कमिश्नर साहब पीड़ित को मुआवजा राशि देने के लिए अपने आवास मे बुला लेते हैं क्या उन्हें पीड़ित के घर आकर मुआवजा राशि नहीं देनी चाहिए थी. इसके साथ ही कानपुर से सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने कहा कि जैसे ही घटना का वीडियो राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने देखा तो उसी दिन हम सभी को पीड़ित परिवार से मिलने के निर्देश दिए थे. हालांकि हम सभी जैसे ही घर से बाहर निकलते तो मेरे घर को छावनी मे तब्दील कर मुझे नजर बंद कर दिया गया. हम कल भी आना चाहते थे हमें रास्ते में रोक लिया गया. आज जब अंतिम संस्कार हो गया उसके समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधि मंडल गांव के अंदर घुसने दिया गया. 


पीड़ित ने कहा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई


इस पूरी घटना में पीड़ित शिवम का कहना है कि जिला प्रशासन व पुलिस की ओर से अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है ना ही मुझे कोई न्याय मिला है. शिवम ने बताया कि समाजवादी पार्टी के लोग आए थे उन्होंने मदद का भरोसा किया है और न्याय दिलाने की बात कही है. 


Sambhal News: 'भारत न हिंदू राष्ट्र था, न है और न रहेगा', सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का बड़ा दावा