Maharashtra Assembly Elections 2024: लोकसभा चुनाव के बाद देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनने के बाद समाजवादी पार्टी अब दूसरे राज्यों में भी विस्तार के लिए गंभीरता से जुट गई है. जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के साथ अब सपा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भी अपना दम दिखाएगी. अखिलेश यादव की नजर महाराष्ट्र की उन विधानसभा सीटों पर हैं जहां उत्तर प्रदेश के लोग बहुतायत संख्या में रहते हैं. 


सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को लखनऊ में एक बैठक बुलाई. जिसमें महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा की गई. इस बैठक में महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष अबू काजमी भी शामिल हुए. इस बैठक में सपा के प्रभाव वाली सीटों को लेकर पार्टी नेताओं से चर्चा की. जिसके बाद अखिलेश यादव ने मुंबई और महाराष्ट्र में चार नेताओं को बड़ी ज़िम्मेदारी देते हुए उन्हें प्रभारी नियुक्त किया हैं.  


इन चार नेताओं को दी गई जिम्मेदारी
समाजवादी पार्टी ने यूपी विधानसभा में नेता विपक्ष माता प्रसाद पांडेय, कौशांबी की मंझनपुर सीट से विधायक इंद्रजीत सरोज, केराकत  से तूफानी सरोज, और जौनपुर की मलहनी सीट से विधायक लकी यादव को महाराष्ट्र में चुनाव की जिम्मेदारी दी है. सपा अध्यक्ष में राज्य के प्रभारी नियुक्ति में भी पीडीए समीकरण का पूरा ध्यान रखा है. इनमें से दो दलित, एक पिछड़ा और एक ब्राह्मण समाज से हैं. इसके अलावा अबू आजमी तो पहले से ही अल्पसंख्यकों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. 


इन नियुक्तियों में अखिलेश यादव ने सामाजिक समीकरण का भी ध्यान रखा है, जिसमें दो दलित, एक पिछड़ा और एक ब्राह्मण शामिल हैं. सपा नेता अबू आजमी के कंधों पर इसकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी होगी. 


अखिलेश यादव ने इस बार महाराष्ट्र चुनाव में महा विकास अघाड़ी गठबंधन में चुनाव लड़ना चाहते हैं. सूत्रों की माने तो सपा कांग्रेस से महाराष्ट्र 10-12 सीटों की मांग की है. सपा का मानना है कि प्रदेश के 22 सीटों पर उसका प्रभाव है. हालांकि कांग्रेस की तरफ से इस लेकर स्थिति साफ नहीं है. लेकिन सपा का साफ कहना है कि अगर कांग्रेस उसे हरियाणा और महाराष्ट्र में सीट देगी तो ही वो यूपी में कांग्रेस के साथ सीट शेयर करेंगे.