UP News: हालिया बीते कुछ दिनों में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय महासचिव और अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के चाचा रामगोपाल यादव (Ram Gopal Yadav) लगातार चर्चा में बने हुए हैं. पहले उनकी चर्चा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) से मुलाकात के बाद शुरू हुई थी. अब एक बार फिर से चर्चा में हैं. दरअसल, इस बार वे अपने एक ट्वीट को लेकर चर्चा में बने हुए हैं. 


सपा के राष्ट्रीय महासचिव ने अपने ट्वीट में लिखा है, "कोई चार सौ बीस मेरे नाम से फेसबुक का फर्जी आईडी बनाकर पोस्ट डालता रहता है. कृपया इसका नोटिस न लें. आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि मैं फेसबुक पर नहीं हूं." इस ट्वीट के बाद एक बार फिर से रामगोपाल यादव चर्चा में आ गए हैं. 



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सीएम से मुलाकात के बाद से है चर्चा
हालांकि इससे पहले वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद चर्चा में आए थे. तब बताया गया कि सपा नेता और पूर्वा विधायक पर हो रही कार्रवाई को लेकर मिलने गए थे. इस दौरान हालांकि इससे पहले वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद चर्चा में आए थे. तब बताया गया कि सपा नेता और पूर्वा विधायक हुई थी. 


उस चिट्ठी को लेकर दावा किया गया कि ये चिट्ठी रामगोपाल यादव ने सीएम योगी को दी है. जिसमें उन्होंने अपने रिश्तेदारों रामेश्वर यादव और जुगेंद्र यादव पर हो रही कार्रवाई को रोकने की मांग की है. तब आरोप लगे कि अपने रिश्तेदारों को बचाने के लिये सपा नेता रामगोपाल यादव ने अब सीएम योगी से मुलाकात की थी. 


उन्होंने चिट्ठी में लिखा है “ रामेश्वर यादव, जुगेंद्र यादव और उनके परिवार पर लगे झूठे मुकदमों की CBI या फिर SIT से जांच कराई जाए और इस जांच के दौरान इनके खिलाफ पुलिस की कोई कार्रवाई न हो.” सपा नेता ने इस बात की आशंका जताई थी कि एटा पुलिस कहीं इन लोगों की हत्या न करवा दे. 


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