Bahraich Violence: बहराइच हिंसा मामले को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है. सपा के पूर्व सांसद एसटी हसन ने हिंसा पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि, पुलिस की देखरेख में लोगों के घरों को आग लगाई गई, दुकानें जलाई गई, शोरूम जलाए गए लेकिन पुलिस मूकदर्श बनी रही. सपा नेता ने कहा, दंगे की राजनीति इतने निचले स्तर तक गिर जाएगी,  हमने कभी नहीं सोचा था.


इधर, बहराइच की महसी विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक सुरेश्वर सिंह ने हाल में हुई सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में दंगा और उपद्रव करने के आरोप में अपनी पार्टी की युवा शाखा के नगर अध्यक्ष समेत आठ नामजद और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. अधिकारियों के मुताबिक पुलिस ने बहराइच नगर के भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष अर्पित श्रीवास्तव, अनुज सिंह रैकवार, शुभम मिश्रा, कुशमेन्द्र चौधरी, मनीष चंद्र शुक्ल, पुंडरीक पांडेय और सुधांशु सिंह राणा के अलावा अज्ञात लोगों के खिलाफ नगर कोतवाली में 18 अक्टूबर को संबंधित धाराओं में प्राथमिकी की गई है.


डीजे बजाने को लेकर हुआ था विवाद
विधायक की यह प्राथमिकी 13 अक्टूबर को बहराइच के महराजगंज कस्बे में सांप्रदायिक हिंसा में मारे गये राम गोपाल मिश्र (22) के शव को लेकर हुए उपद्रव के संबंध में दर्ज की गयी है. महाराजगंज में 13 अक्टूबर को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान तेज आवाज में संगीत बजाने को लेकर हुए विवाद में राम गोपाल मिश्रा (22) नामक युवक की गोली लगने से मौत हो गई थी. इस घटना के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी, जिसके बाद आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं.


विधायक सुरेश्वर सिंह ने आरोप लगाया कि उसी समय भीड़ से एक गोली चलाई गई जिससे गाड़ी का एक शीशा टूट गया और मेरा बेटा अखण्ड प्रताप सिंह बाल बाल बचा. विधायक ने कहा कि घटना रात्रि आठ से 10 बजे के मध्य की है, सी.सी.टी.वी. फुटेज में सारी घटना स्पष्ट होगी. भारतीय जनता पार्टी के एक अधिकारिक सूत्र ने बताया कि मुख्य आरोपी अर्पित श्रीवास्तव भारतीय जनता युवा मोर्चा, बहराइच शहर के अध्यक्ष हैं.


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