UP News: उत्तर प्रदेश में आरएसएस (RSS) प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) के बयान पर जुबानी जंग तेज होते जा रही है. अब समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) नेता आजम खान (Azam Khan) का आरएसएस प्रमुख के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए दर्द छलक गया. इस दौरान आजम खान ने रामपुर जेल (Rampur Jail) में बिताए 27 महीने की कडवी यादों का जिक्र किया.


आजम खान ने कहा, "उनके मशवरे का बहुत-बहुत शुक्रिया. धन्यवाद उनका बहुत. अपनी-अपनी सोच है, अपनी-अपनी सोच है और अपनी विचारधारा है. संविधान के अधिकार से उन्हें अपनी राय रखने का अधिकार है. जो कुछ अच्छी बात उन्होंने कही है उसके लिए उनका धन्यवाद है." जब उनसे पुरानी तीखी प्रतिक्रियाओं पर सवाल हुआ तो उन्होंने कहा, "आपको मिशाल के तौर पर कौन सी तीखी बात याद है, कौन सी तीखी."


UP School Closed: लखनऊ में स्कूल बंद, ऑनलाइन पढ़ाई के निर्देश, प्री-बोर्ड और प्रैक्टिकल एग्जाम के लिए क्लास रूम में होगा हीटर


आजम खान का जवाब
सपा नेता ने कहा, "मैं बीमार भी हूं, पांच महीने मैं कोरोना में भर्ती रहा. 10 बाइ 10 के कमरे में पांच महीने तक बंद रहा हूं. दरवाजे से बाहर निकलने की इजाजत नहीं थी. वहां पुलिस का पहरा था. मेरी पत्नी और मेरे बच्चे एक आइसोलेटेड सेल में कैद रहे हैं. मुझे जहां पानी वाली दाल और सड़ी हुई रोटी खाने को मिलती थी तो आवाज कहां से रह जाएगी. पहले भी मैंने कहा था जिंदा हूं तो जिंदा हूं."


दरअसल, इससे पहले मोहन भागवत ने कहा था, "इस्लाम को कोई खतरा नहीं है, लेकिन हम बड़े हैं, हम एक समय राजा थे, हम फिर से राजा बने...यह छोड़ना पड़ेगा और किसी कोई भी छोड़ना पड़ेगा. हिन्दुस्तान, हिन्दुस्तान बना रहे, सीधी सी बात है. इससे आज भारत में जो मुसलमान हैं, उन्हें कोई नुकसान नहीं है. वह हैं. रहना चाहते हैं, रहें. पूर्वज के पास वापस आना चाहते हैं, आएं. उनके मन पर है." मोहन भागवत के इस बयान पर बयानबाजी जारी है. विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रिया आई है.