UP News: बीएसपी (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) ने जन्मदिन पर रविवार को लखनऊ (Lucknow) में मीडिया से बात करते हुए लोकसभा (Lok Sabha Elections) और विधानसभा चुनाव (Assembly Elections 2023) में गठबंधन नहीं करने का एलान कर दिया. इसके बाद अब समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और कांग्रेस (Congress) के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है.
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने मायावती के फैसले पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने लिखा, "सपा के बाद अब “बसपा” ने भी समझौता करने से साफ मना कर दिया, लगता है हमारी पार्टी के सीनियर “मैनेजर” अब “बूढ़े” होने के साथ-साथ “अप्रासंगिक” भी हो गये हैं." कांग्रेस नेता ने अपने बयान के जरिए सपा को भी घेरा. जिसके बाद सपा के ओर से पलटवार किया गया.
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सपा नेता का जवाब
सपा नेता आईपी सिंह ने आचार्य प्रमोद कृष्णम के बयान पर करारा जवाब दिया. उन्होंने कहा, "मैनेजरों का क्या दोष जब दोनों भाई-बहन में राजनीतिक समझ ही नहीं है और न कभी विपक्ष की अहमियत जान पाये. आपसी एकता के लिए निरंतर विचार-विमर्श बृहत्तर बैठकों के माध्यम से यदि होता रहा होता तो आज आपसी एकता पर सवाल नहीं होते. भारत जोड़ो यात्रा कांग्रेस की निजी यात्रा है नफा नुकसान उसे."
बता दें कि इससे पहले मायावती ने मीडिया से कहा था, "2023 में कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के राज्य विधानसभा और अगले वर्ष देश के लोकसभा चुनाव में बसपा किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन करके चुनाव नहीं लड़ेगी बल्कि अकेले अपने बलबूते पर यह सभी चुनाव लड़ेगी. कांग्रेस और कुछ अन्य दल षड्यंत्र के तहत बसपा से गठबंधन की बात जानबूझकर फैलाकर भ्रम पैदा कर रहे हैं."
खास बात ये है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले नौ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इस वजह से बीजेपी के खिलाफ विपक्षी एकता की काफी चर्चा हो रही थी.