UP Politics: उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार के द्वारा इन दिनों बहुत सारी योजनाओं के माध्यम से लोगों को मुफ्त अनाज मुफ्त बिजली के साथ ही बहुत सारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है. फिलहाल इसकी तुलना उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता नारद राय ने शराब से की है. उनका कहना है कि जिस तरह से लोग पहले मुफ्त में शराब पिलाकर आदत डलवा देते हैं और फिर वह इस शराब के लिए बीवी के गहनों तक को बेच डालता हैं. कुछ यहीं हाल इस सरकार में मिलने वाले खैरात में योजनाओं की भी है, जो देश को रसातल में ले जाने का काम कर रही है और इन लोगों को निकम्मा बनाने का काम कर रही है.


इन दिनों देश की राजनीति में सनातन धर्म को लेकर लगातार प्रतिक्रियाओं का दौर चालू है. जहां एक तरफ समाजवादी पार्टी के स्वामी प्रसाद मौर्य की ओर से सनातन धर्म और हिंदू धर्म को आडंबर और मिथ्या तक कहा गया, तो वहीं तमिलनाडु के एक मंत्री ने भी सनातन धर्म पर सवाल उठाए, लेकिन अब 2024 के चुनाव की आहट तेज होते ही सनातन धर्म पर सवाल उठाने वाले पार्टी के नेताओं के द्वारा अब मंदिर-मंदिर घूम कर उनका आशीर्वाद भी लेने का काम शुरू कर दिया गया है. इसी कड़ी में बलिया लोकसभा के समाजवादी पार्टी के नेता नारद राय ने अपने लोकसभा क्षेत्र बलिया के रेवतीपुर ग्राम सभा के कई मंदिरों का दर्शन और पूजन करने के पश्चात देवी माई के मंदिर पर पहुंचकर माथा टेका है.


इस दौरान उन्होंने कानून व्यवस्था और विकास को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रदेश और केंद्र में कानून व्यवस्था और विकास पूरी तरह से फेल हो गया है. इस दौरान मुफ्त में मिलने वाले राशन, गैस सिलेंडर, बिजली पर उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार लोगों को मुफ्त में अनाज, गैस सिलेंडर, बिजली देकर यहां के लोगों को निकम्मा बनाना चाहती है क्योंकि जिस तरह से लोग किसी को शराब पिलाकर उन्हें शराब पीने की आदत डलवाते हैं और फिर वहीं व्यक्ति खुद पत्नी के जेवर तक बेचकर शराब पीने लगता है, कुछ यहीं हाल इन सरकारों का भी है.


'हम सनातन धर्म को मानने वाले'


इस दौरान सनातन धर्म पर किए गए सवाल के जवाब में कहा कि 'मैं हिंदू भी हूं और भूमिहार हूं, जिसमें भू छोटा और ब्राह्मण बड़ा होता है. इसे पंडित लोग मानें या ना मानें, लेकिन हम लोग सनातन को मानने वाले लोग हैं. हम अपने धर्म पर चलने वाले और दूसरे धर्म के हिफाजत करने वाले लोग हैं. हमारा सनातन धर्म फलता-फूलता रहे इसके लिए सुबह से शाम तक मां का और देवी-देवताओं का पूजा अर्चन करते हैं. तो कुछ लोग सिर्फ सनातन की बात कर राजनीति की नौकरी करना चाहते हैं उनके धर्म में पूजा पाठ नहीं होता है.


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