Prayagraj News: भगवान राम (Lord Ram) को लेकर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता राजपाल कश्यप (Rajpal Kashyap) का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि भगवान राम समाजवादी थे. वह पिछड़ों, वंचितों औऱ शोषित के मसीहा थे. समाजवादी सोच की वजह से ही वह लंका के युद्ध में कोल, भील, गड़रिया, पाल और निषाद समुदाय के लोगों को साथ लेकर गए थे. राजपाल कश्यप ने कहा कि वनवास के समय भी वह जंगलों में आदिवासियों और वनवासियों के साथ ही रहते थे.


राजपाल कश्यप ने कहा, 'भगवान राम बीजेपी की विचारधारा से जुड़े वर्ग को लेकर युद्ध करने नहीं गए थे. भगवान राम किसी जाति के नहीं थे, वह सिर्फ और सिर्फ समाजवादी थे. हालांकि बीजेपी ने उन्हें जातिवादी बना दिया है. समाजवाद के आदर्श होने के बावजूद समाजवादी पार्टी मंच और बैनर पोस्टरों में उनकी तस्वीर इसलिए नहीं लगाती क्योंकि समाजवादी लोग उन्हें दिलों में रखते हैं. समाजवादी पार्टी बीजेपी की तरह उनका राजनीतिकरण नहीं करना चाहती.'


निषादराज की प्रतिमा अयोध्या में लगनी चाहिए- राजपाल
कश्यप ने आगे कहा, 'समाजवादी पार्टी के लोग अपने घरों में भगवान राम की पूजा करते हैं. बीजेपी के लोग भगवान राम को लेकर दिखावे की राजनीति करते हैं. रामराज्य की परिकल्पना समाजवाद पर ही आधारित है. रामराज्य कतई समाजवाद की परिकल्पना से अलग नहीं है. भगवान राम हमेशा भाईचारे का संदेश देते थे सामाजिक समरसता का संदेश देते थे और समाजवादी सोच का संदेश देते थे. समाजवादी सोच की वजह से ही वह अपने बाल सखा निषादराज को अपने साथ अयोध्या ले गए थे. अयोध्या में भगवान राम के साथ ही निषादराज की भी प्रतिमा लगाई जानी चाहिए. भगवान राम और निषादराज की गले मिलते हुई प्रतिमा अयोध्या में लगाई जानी चाहिए. अगर बीजेपी सरकार भगवान राम और निषाद राज के आपस में मिलते हुए प्रतिमा नहीं लगाती है तो यह काम सरकार बनने पर समाजवादी पार्टी करेगी.'


फूलन देवी की लगाएंगे प्रतिमा- राजपाल
राजपाल कश्यप ने कहा, 'यूपी में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर भगवान राम और निषादराज की आपस में मिलते हुए प्रतिमा लगवाई जाएगी. एक भव्य स्मारक भी बनवाया जाएगा. निषादराज की प्रतिमा मंदिर परिसर के अंदर भी लगाई जा सकती है. बाहर शहर में भी किसी जगह पर सपा की सरकार आने पर मिर्जापुर और भदोही में फूलन देवी की भी प्रतिमा लगाकर स्मारक बनाया जाएगा.' राजपाल कश्यप ने रामचरितमानस मामले में सफाई भी दी. उन्होंने कहा, 'किसी भी धार्मिक ग्रंथ का विरोध नहीं करती है. समाजवादी पार्टी ने कभी भगवान राम पर कोई अमर्यादित टिप्पणी भी नहीं की है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने सिर्फ कुछ पंक्तियों पर सवाल उठाए हैं. समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष हैं राजपाल कश्यप पूर्व एमएलसी राजपाल को सपा ने जातीय जनगणना की मांग की जिम्मेदारी सौंपी है


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