2000 Rupee Currency Note: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव और राज्य सभा सांसद राम गोपाल यादव (Ram Gopal Yadav) ने 2,000 रुपये के नोट चलन से बाहर करने की आरबीआई (RBI) की घोषणा पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि ये सिर्फ इसलिए किया है कि कर्नाटक (Karnataka) में बुरी तरह से हार गए हैं.
सपा नेता ने कहा, "हमलोग जब पहले इतिहास पढ़ते थे. तब दिल्ली से दौलताबाद और दौलताबाद से दिल्ली, मोहम्मद तुगलक के बारे में यही कहा जाता था. पहले राजधानी को दिल्ली से दौलताबाद बनाया और फिर पीने के लिए पानी नहीं मिला तो वापस दिल्ली आए. ये यही लोग हैं, मोहम्मद तुगलक से क्या चाहते हैं? ये आपलोग कैसा सवाल कर रहे हैं."
UP Politics: 'यूपी की सभी अवैध मजारें होंगी ध्वस्त, एक भी नहीं बचेगी', BJP नेता संगीत सोम का दावा
क्या बताई वजह?
राम गोपाल यादव ने कहा, "1500 करोड़ रुपए केवल 2000 के नोट की छपाई के लिए लगे थे. अब ये दुबारा नए छपेंगे. जो इन्होंने 500 के नोट बंद कर दिए थे वो फिर से छपे. ये केवल हजारों करोड़ों रुपए बर्बाद कर रहे हैं. इनको समझ में नहीं आता कि क्या करना चाहिए. ये सिर्फ इसलिए किया है कि कर्नाटक में बुरी तरह से हार गए हैं. इससे लोगों का ध्यान हटाने लिए एक नया पेंच डाल दिया है."
जबकि बसपा प्रमुख ने कहा, ‘‘मुद्रा और वैश्विक बाजार में उसकी कीमत का संबंध देश के हित एवं प्रतिष्ठा से जुड़े होने के कारण इसमें जल्दी-जल्दी बदलाव करना जनहित को सीधे तौर पर प्रभावित करता है.’’ मायावती ने सलाह देते हुए कहा, ‘‘इसीलिए ऐसा करने से पहले इसके प्रभाव एवं परिणाम पर समुचित अध्ययन जरूरी है. सरकार इस पर जरूर ध्यान दे.’’
उल्लेखनीय है कि आरबीआई ने 2,000 रुपये के नोट को चलन से बाहर करने की शुक्रवार को घोषणा की थी. हालांकि इस मूल्य के नोट बैंकों में जाकर 30 सितंबर तक जमा या बदले जा सकेंगे. आरबीआई ने एक बयान में कहा कि अभी चलन में मौजूद 2,000 रुपये के नोट 30 सितंबर तक वैध मुद्रा बने रहेंगे. इसके साथ ही आरबीआई ने बैंकों से 2,000 रुपये का नोट देने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने को कहा है.