Mulayam Singh Yadav News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) ने बड़े-बड़े दिग्गजों को पछाड़ कर देश की राजनीति में ऊंचा मुकाम बनाया था, लेकिन वो दो बार प्रधानमंत्री बनने से चूक गए थे. जिसकी कसक हमेशा सपा को रहती है. उनकी जयंती पर सैफई में आयोजित कार्यक्रम में सपा सांसद रामगोपाल यादव ने इस बात का खुलासा किया कि आखिर क्यों मुलायम सिंह यादव प्रधानमंत्री बनते-बनते चूक गए थे.
उन्होंने कहा कि जिस दिन ये फैसला होने वाला था वो खुद वहां पर मौजूद थे. राम गोपाल यादव ने बताया कि मुलायम सिंह यादव साजिश के तहत प्रधानमंत्री नहीं बन पाए और उनकी जगह इंद्रकुमार गुजराल को बना दिया गया. उन्होंने कहा कि मैं सभी घटनाओं का चश्मदीद गवाह हूं.
क्यों पीएम नहीं बन पाए मुलायम सिंह यादव?
सपा सांसद ने कहा कि, "जिस दिन प्रधानमंत्री का फैसला होने वाला था. सारी रात आंध्र प्रदेश भवन में मीटिंग चली, नेताजी वहां नहीं गए तो मैं ही वहां गया था. सवेरे चार बजे सुरजीत साहब ने कहा कि नब्बे फीसद लोग मुलायम सिंह यादव के पक्ष में हैं, फाइनल हो गया है. सुबह नायडू राष्ट्रपति को लिखकर दे आएंगे कि मुलायम सिंह यूनाइटेड फ्रंट के नेता होंगे और अगले दिन उनकी प्रधानमंत्री पद की शपथ हो जाएगी, फिर ऐसी तिकड़म चली कि सुरजीत रूस चले गए. मैंने कहा आप कल चले जाओ, तो वो बोले कि नहीं वहां जाना जरूरी है. अगर सुरजीत मास्को न गए होते तो नेताजी ही प्रधानमंत्री बने होते."
राम गोपाल ने बताई पर्दे की पीछे की वजह
राम गोपाल यादव ने कहा, "ये बहुत बड़ी साजिश थी कि मुलायम सिंह प्रधानमंत्री न बनने पाएं. तब एक आदमी (इंद्र कुमार गुजराल) जिसे वो समझते थे कि कम्युनिस्ट है तो उसे प्रधानमंत्री बना दिया था. ये असल बात थी, जो मैंने आपको बताई, क्योंकि मैं सारे घटनाक्रम का चश्मदीद गवाह हूं. इसलिए वो पीएम नहीं बन पाएं.
उन्होंने कहा, "कई बार जब आप लोग नेताजी को प्रधानमंत्री बनाने का नारा लगाते थे तो एक बार उन्होंने गुस्से में मुझे कह भी दिया था कि ये पांच और दस एमपी बनाएंगे और मुझे प्रधानमंत्री बना लेंगे. हां यूपी 2024 के लोकसभा चुनाव में अगर आपकी पार्टी 40 सीटें जीतती है तो हम कह सकते हैं कि अखिलेश यादव को प्रधानमंत्री बनाइए, नहीं तो कोई दूसरा पीएम बनेगा."
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