देवरिया, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश विधानसभा नेता प्रतिपक्ष और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोविंद चौधरी ने देवरिया में सरकार पर जमकर हमला बोला। पीडब्लूडी डांक बंगले पर हुई प्रेस वार्ता के दौरान रामगोविंद ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि सीएए का विरोध करने वालों को सपा की सरकार आयी तो पेंशन देने का काम करेगी। इतना ही नहीं, उन्होंने ये भी कहा कि बंग्लादेशियों को बाहर नहीं निकाला जाना चाहिए।


उन्होंने कहा की यूपी में सपा ने आंदोलन किया, कांग्रेस ने नहीं। भाजपा की सह पर मीडिया मुख्य विपक्षी दल को नुकसान पहुंचाने के लिए प्रियंका और कांग्रेस को आगे ला रही है ।


पढ़ें-सीएए विरोध पर क्या बोले रामगोविंद चौधरी 


प्रश्न:
सीएए का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों को क्या आपकी सरकार बनी, तो लोकतंत्र स्वतंत्रता सेनानियों की तरह सम्मानित किया जायेगा?


उत्तर-
बिलकुल नवाजा जाएगा और हमारी सरकार केंद्र और प्रदेश में आयी तो उन्हें पेंशन देने का काम किया जाएगा, क्योंकि उन्होंने संविधान बचाने के लिए आंदोलन किया है। उन्होंने  संविधान को बचाने के लिए काम किया है।


प्रश्न: यूपी हिंसा में PFI का हाथ था। सरकार ने इसपर बैन लगाने की सिफारिश की है। आपकी पार्टी का क्या कहना है ? 


उत्तर-
हम कोई एजेंसी तो है नहीं, लेकिन इतना जरूर विश्वास है जामिया मिलिया इस्लामिया में भाजपा और आरएसएस के लोगों ने लाठी चलवाईं। यूपी में भी हिंसा फ़ैलाने का काम पुलिस, आरएसएस और भाजपा के लोगों ने किया, इसलिए हम मांग करते हैं कि जाँच हाईकोर्ट के वर्तमान जज से कराई जाए |


प्रश्न: 
देश में घुसे बंग्लादेशियों को निकाला जाना चाहिए या नहीं ?


उत्तर-पांच हज़ार बंग्लादेशियों को कतई नहीं निकाला जाना चाहिए, जो शरण में आ गया वो आ गया, इसलिए हम लोगों का विरोध हो रहा है। एक दो यूनिवर्सिटी को छोड़ दीजिये, तो देश के विश्वविद्यालय आंदोलन कर रहे हैं। जामिया के समर्थन में दुनिया के विश्वविद्यालय आ गए, तो क्या सब मुसलमान है 99 परसेंट हिन्दू हैं।


प्रश्न: 
प्रियंका गांधी सड़क पर उतरकर लड़ रही हैं, लखनऊ में हंगामा कर दिया, लेकिन अखिलेश जी जुबानी जंग लड़ रहे ?


उत्तर-
अखिलश यादव संघर्षों के प्रतीक हैं, उनका खानदान भी संघर्ष के बल पर राजनीति में आया। आंदोलन पूरे प्रदेश में हमारा हुआ। उनका क्या था, जहां भी जरूरत हुई है, वहां पर समाजवादी पार्टी के लोग गए। कहीं मिलने दिया गया, कहीं नहीं मिलने दिया गया। असल में भारतीय जनता पार्टी के सह पर अख़बार और चैनल के लोग मुख्य विपक्षी पार्टी सपा को नुकसान पहुंचाने के लिए प्रियंका और कांग्रेस को आगे ला रही है।


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