Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का नाम बदलने की चर्चाओं के बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है. लखनऊ का नाम बदले जाने के प्रस्ताव और भगवान लक्ष्मण की मूर्ति लगाए जाने पर सपा नेता शिवपाल यादव ने कहा कि मूर्ति लगाने और नाम बदलने के बजाय बीजेपी को विकास पर फोकस करना चाहिए. सपा नेता ने कहा कि नाम बदलने से कुछ नहीं होता है, लोग पुराने नाम ही बोलते रहते हैं. भगवान लक्ष्मण की मूर्ति लगाने वालों को उनके आदर्शों पर चलते हुए संदेशों पर भी अमल करना चाहिए.
इसके साथ ही सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान पर सपा नेता शिवपाल यादव ने पल्ला झाड़ते हुए कहा स्वामी प्रसाद मौर्य जो कुछ भी बोल रहे हैं वह उनकी निजी राय है और पार्टी का उससे कोई लेना देना नहीं है. समाजवादी पार्टी से जुड़े लोग भगवान राम और भगवान कृष्ण दोनों का ही सम्मान करते हैं, उनकी पूजा करते हैं. हम लोग सभी धर्मों और धर्म ग्रंथों का सम्मान करते हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर हम और अखिलेश पहले ही सब कुछ साफ कर चुके हैं. बीजेपी के लोग बेवजह स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को तूल दे रहे हैं, शिवपाल ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने किसी भी धार्मिक ग्रंथ का विरोध कभी नहीं किया है.
विधानसभा में मेरी सीट पहले से निर्धारित- शिवपाल यादव
वहीं सपा नेता ने कहा कि मीडिया से भी अपील करता हूं कि वह इस मुद्दे को बेवजह तूल न दें. वैसे स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी कभी ग्रंथ का विरोध नहीं किया है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी है तो अब प्रधानमंत्री को तय करना होगा. इसके अलावा सपा नेता ने विधानसभा में आगे की सीट पर बैठने की संभावनाओं पर कहा कि विधानसभा में मेरी सीट पहले से निर्धारित है. यह पार्टी के नेता तय करते हैं कि किसे कहां बैठना है, विपक्ष पहले से ही सदन में बहुत मजबूत है. सपा नेता ने कहा कि सदन कम से कम 45 दिन चलना चाहिए ताकि सभी समस्याओं और मुद्दों पर चर्चा हो सके. हम कहां बैठेंगे, मीडिया को इसकी ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए. शिवपाल यादव ने कहा कि सरकार विपक्ष का उत्पीड़न कर रही है, उत्पीड़न अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा सभी मुद्दे सदन में उठाए जाएंगे.
UP Politics: ओम प्रकाश राजभर ने शिवपाल यादव पर कसा तंज, कहा- 'आगे की सीट पर बैठकर क्या कर लेंगे?'