UP News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सोमवार को मुंबई का दौरा किया. सपा के एक पदाधिकारी ने कहा कि यह एक निजी यात्रा थी और इसलिए इसमें कोई राजनीतिक बैठक शामिल नहीं थी.


सपा नेता ने कहा कि अखिलेश यादव की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार के साथ कोई बैठक निर्धारित नहीं है. शरद पवार बीजेपी से मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं. सपा पदाधिकारी ने कहा, ‘‘अखिलेश यादव की यात्रा निजी थी और उन्होंने किसी राजनीतिक कार्यक्रम में भाग नहीं लिया. मुंबई के कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनसे उस होटल में मुलाकात की, जहां वह आज ठहरे थे.’’


वहीं अखिलेश यादव ने इस दौरे पर राज्य के सपा नेताओं से मुलाकात की. उसके बाद उन्हें संबोधित करते हुए कहा, "बीजेपी की क्या रणनीति है, कभी-कभी किसी को समझ नहीं आता. बीजेपी इसी तरह काम करती है, समाज को तोड़ती है, बंटवारा करती है, उनका हिस्सा छीनती है."


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BJP पर आरोप
सपा प्रमुख ने कहा, "भारतीय जनता पार्टी इसी तरह आगे बढ़ती है, लोगों को बांटकर." दरअसल, बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने की कवायद लगातार जारी है. इसको लेकर बीते 23 जून को पटना में कई दलों की बैठक हुई थी. लेकिन इसके बाद महाराष्ट्र में एनसीपी में टूट हो गई. अब शरद पवार से अलग होकर अजित पवार ने बीजेपी को समर्थन कर दिया.


अब महाराष्ट्र में बीजेपी गठबंधन की सरकार में अजित पवार डिप्टी सीएम बन चुके हैं. उनके साथ ही आठ मंत्रियों ने शपथ ली है. हालांकि पार्टी पर दोनों ही गुट दावा कर रहे हैं, इस वजह से अब मामला निर्वाचन आयोग के पास पहुंच चुका है. गौरतलब है कि महाराष्ट्र में एनसीपी के कुल 53 विधायक हैं. सूत्रों की मानें तो अभी 32 विधायक अजित पवार के साथ हैं. जबकि बीते दिनों मीटिंग में 16 विधायकों ने शरद पवार को समर्थन दिया था.