Udaiveer Singh Attacks On BJP: समाजवादी पार्टी (SP) के प्रवक्ता और एमएलसी उदयवीर सिंह ने सांसदों के अधूरे वादों सहित दूसरे मुद्दों को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है. उदयवीर सिंह ने कहा कि जनता के बीच में जब किसी पार्टी के नेता जाते हैं तो वह वादे करते हैं. उन वादों को पूरा करना उनकी जिम्मेदारी है. बीजेपी सरकार (BJP Government) ने कोई वादा ईमानदारी से पूरा नहीं किया. अधूरे की बात छोड़िए शुरू ही नहीं किए. निश्चित तौर पर यह हिसाब-किताब होना चाहिए कि उन्होंने क्या वादे किए थे.


उदयवीर सिंह ने कहा कि क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर सहित दूसरे मामले में वादा पूरा करना तो छोड़िए उल्टा हो रहा है. इन्होंने कहा कि मंहगाई खत्म कर देंगे जबकि बढ़ गई. ऐसी परिस्थिति में जवाबदेही सुनिश्चित करना विपक्ष का काम है और सपा करेगी. लोकतंत्र जनमत से चलता है. जनता की राय के हिसाब से देश चलना चाहिए. जनता की राय के हिसाब से हम चलाना चाहते हैं और जो ऐसा नही कर रहे हैं, उनको एक्सपोज करना चाहते हैं. सबको पता होना चाहिए कि जनता की राय क्या है, उसके अपेक्षाएं क्या हैं, वह देश को कहां देखना चाहते हैं? उसके हिसाब से हर दल को आंकना चाहिए.


सपा के सॉफ्ट हिंदुत्व पर क्या बोले उदयवीर सिंह?


सपा के सॉफ्ट हिंदुत्व को लेकर उदयवीर सिंह ने कहा कि पिछली बार विधानसभा चुनाव से पहले प्रशिक्षण शिविर हुआ था तो जब चित्रकूट में हुआ और अखिलेश यादव ने परिक्रमा की तो फिर इसी सॉफ्ट हिंदुत्व की बात हुई. नेता जब किसी जिले में जाते हैं तो वहां की जो पौराणिक, ऐतिहासिक, राजनीतिक, सामाजिक रूप से जो महत्वपूर्ण स्थान होते हैं, वहां जाते हैं. लोगों से मिलते हैं. अगर धार्मिक होता तो उसके हिसाब से और ऐतिहासिक होते तो उसके हिसाब से अपनी भावनाओं और जिम्मेदारियों को पूरा करते हैं.


उदयवीर सिंह ने आगे कहा कि ऐसी जगह कार्यक्रम होता है तो काम अच्छा माना जाता है, सात्विक माना जाता है तो उसमें क्या बुराई है. जब वह शाहजहांपुर गए तो गुरुद्वारे में कार्यक्रम किया. सपा सेक्युलर पार्टी है, सभी धर्मों का सम्मान करती है. सभी धर्मों के लोग हमारे पार्टी में हैं. उनकी भावनाओं के हिसाब से हर जगह जाएंगे. जहां से वह चाहते हैं, जाते हैं. हमारे नेता अयोध्या और काशी पहले भी जाते रहे हैं.


बीजेपी अभी भी सवाल उठाने में लगी है- उदयवीर सिंह


सपा प्रवक्ता ने कहा कि जहां तक बात बीजेपी के आरोपों और बयानबाजी की है तो जो काम नहीं करता है, वह कुछ तो करेगा. सरकार में रहने वालों को अपना काम बताना चाहिए. इससे ज्यादा बेशर्मी, निकम्मेपन और नकारेपन की कोई बात नहीं हो सकती कि सरकार जो 9 साल से लगातार देश में है, प्रदेश में 6 साल से है, अभी भी सवाल उठाने में लगे हैं. उनको तो काम करके दिखाना है. इससे ज्यादा निकम्मापन क्या हो सकता है कि उनके पास इतने साल में कुछ बताने के लिए नहीं है. वोट बैंक क्या होता है. जनता के बीच में जाना ही चाहिए. बीजेपी को अगर कहीं और से वोट मिल जाता हो, उन्हें ऐसा लगता है तो वह कह सकते हैं. मुझे लगता हर दल को जनता के बीच में जाना चाहिए, यही जनता वोट बैंक है और अच्छा काम करेंगे तो वोट मिलेगा.


यूपी में एक और कार्यवाहक डीजीपी पर उदयवीर सिंह ने कहा कि फुल टाइम सरकार की तरह सरकार भी व्यवहार नहीं कर रही. इस सरकार की मानसिकता समय काटने वाली है. यह समय-समय पर बहुत जल्दी में बेईमानी भ्रष्टाचार करने में लगे हैं. लंबी सोच के तहत प्रदेश में कोई नीति नहीं बनी, कोई कार्ययोजना ऐसी नहीं बनी जो 5 साल पूरा कर आगे 5 साल बढ़ाने का काम हुआ हो. इसी मानसिकता के तहत अधिकारियों को तीन-तीन महीने का कार्यवाहक होने का मौका मिल रहा.


'आरके विश्वकर्मा का एक अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड रहा'


उदयवीर सिंह ने कहा कि जिस अफसर को कुर्सी पर बैठते समय मालूम हो कि वह फुल टाइम नहीं है तो वह कितना मन से फैसला लेगा, कितने मनोयोग से काम करेगा, कैसे दूरगामी परिणाम देने वाली योजना बनाएगा. जब सरकार की सोच और समझ ही नहीं है तो अधिकारियों का क्या दोष, जो डीजीपी अभी रिटायर हुए आरके विश्वकर्मा, उनका एक अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड रहा, लेकिन ट्रैक रिकॉर्ड का बेचारा क्या करेगा, जब सरकार का ही मन नहीं है. अगर सरकार वसूली कराएगी तो जैसे पंचम तल के सारे लोग बैठे वसूली कर रहे, वैसे नीचे के अधिकारी भी उसी में लगे रहेंगे.


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