कानपुर, प्रभात अवस्थी. सोशल डिस्टनसिंग की धज्जियां उड़ाए जाने के मामले पर सपा विधायक पर मुकदमा और भाजपा नेताओं पर कार्रवाई न किये जाने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है. जिसके चलते अब सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी ने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर अपनी पार्टी के विधायक के खिलाफ एकतरफा हुई कार्रवाई के प्रति नाराजगी जताई है. यही नहीं उन्होंने पत्र लिख कर मांग की है कि भाजपा नेताओं के ऊपर लॉकडाउन के उल्लंघन पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई, जबकि समाजवादी पार्टी के विधायक के ऊपर एकतरफा एक्शन लिया गया.
आपको बता दें कि सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी ने पत्र में लिखा है कि अगर सपा पार्टी के विधायक के ऊपर कार्रवाई की गई है तो उसी प्रकरण में सीओ और इंस्पेक्टर पर क्यों नहीं कार्रवाई हुई जबकि वो भी दोषी हैं.
बीजेपी पर क्यों नहीं दर्ज हो रहे मुकदमे
पत्र में उन्होंने लिखा कि पुलिस ने बीजेपी के लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की सिर्फ सपा विधायक पर ही एक्शन लिया. सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में बीजेपी के विधायक और नेताओं की शिकायत करते हुये लिखा कि एमएलसी अरुण पाठक बिना हेलमेट के स्कूटर चलाते हैं तो वहीं गोविन्द नगर से विधायक सुरेंद्र मैथानी फेसबुक लाइव चलते हुए अपने बाल कटवाते हैं.
फाइल फोटो
यही नहीं जिस दिन इरफान का मामला हुआ उसी दिन भाजपा जिला अध्यक्ष सुनील बजाज कोरोना महामारी के चलते कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन में प्रवासी मजदूरों को कोल्डड्रिंक बांटते हैं. इसके अलावा कानपुर दक्षिण जिलाध्यक्ष बीना आर्या ने सम्मान समारोह आयोजित किया लेकिन उनके खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई.
समाजवादी पार्टी ने सफाई दी है कि सपा विधायक इरफान सोलंकी पर शुक्रवार को हॉट स्पॉट एरिया के पास भीड़ जुटाने पर मुकदमा दर्ज किया गया था. पत्र में लिखा गया है कि इरफान सोलंकी अपने क्षेत्र की जनता की समस्या सुनने गए थे और उनके खिलाफ मुकदमा हो गया.