मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में मीरपुर जाखेड़ा गांव में अवैध शराब पीने से हुई तीन लोगों की मौत के विरोध में बुधवार को समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ग्रामीणों के साथ मिलकर महापंचायत की. पंचायत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जिन लोगों की अवैध शराब पीने से मौत हुई है वो अपने परिवार में इकलौते कमाने वाले थे. इनकी मौत के बाद घर का आर्थिक जरिया खत्म हो गया है इसलिए परिवार के पालन पोषण के लिए सरकार 10 लाख रुपये का मुआवजा दे और जो भी अवैध शराब का कारोबार कर रहे है उनकी जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो.


अलर्ट दिखा प्रशासन
मेरठ के मीरपुर जाखेड़ा गांव में हुई महापंचायत में सैकड़ों ग्रामीणों और सपा नेताओं के साथ पीड़ित परिवार के लोग भी मौजूद रहे. महापंचायत को लेकर प्रशाशन भी अलर्ट दिखा. यही वजह रही कि पुलिस और पीएसी के जवान गांव के चप्पे-चप्पे पर तैनात थे और महापंचायत की हर मूवमेंट पर उनकी नजर थी.


सपा बड़ा आंदोलन करेगी
महापंचायत ने निर्णय लिया कि अगर प्रशासन ने उनकी मांगों को जल्द नहीं माना तो सपा बड़ा आंदोलन करेगी. सपा के जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन अवैध शराब माफियाओं को कहीं न कहीं बचाने की कोशिश कर रहा है. यही वजह है कि प्रशासन मौत की वजह जहरीली शराब को नहीं बता रहा है. महापंचायत में सोशल डिस्टेंसिंग की खुलेआम धज्जियां भी उड़ाई गईं और प्रशासन इसे नजरअंदाज करता हुआ नजर आया.


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