UP Politics: सपा के विधायकों ने जेल प्रशासन पर लगाए 'तानाशाही' के आरोप, कहा- 'इरफान सोलंकी से मिलने से रोका'
UP News: महराजगंज जिला जेल में बंद इरफान सोलंकी से जब दो सपा विधायक मिलने पहुंचे तो उन्हें मिलने नहीं दिया गया. दो घंटे तक खड़े रखने के बाद जेल प्रशासन ने कहा 27 तारीख तक उनसे कोई मिल नहीं सकता.
Maharajganj News: यूपी के महराजगंज जिला जेल में बंद सपा विधायक इरफान सोलंकी से मिलने के लिए बस्ती से दो सपा विधायकों के साथ प्रतिनिधि मंडल महराजगंज जेल पहुंचा. यहां पर इन दोनों सपा विधायकों को उनसे मिलने नहीं दिया गया. इसे लेकर विधायकों में रोष है. दोनों विधायकों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि वे साथी विधायक हैं. जेल प्रशासन को प्रोटोकॉल के तहत उनसे मिलने देना चाहिए. लेकिन जेल प्रशासन तानाशाही रवैया अपनाते हुए मिलने नहीं दे रहा है. ये ठीक नहीं है.
सपा विधायक इरफान सोलंकी यूपी के महराजगंज की जेल में बंद हैं. उनके ऊपर आगजनी और कई अन्य केस भी दर्ज हैं. सीसामऊ सीट से विधायक इरफान सोलंकी से राज्यसभा चुनाव में वोट डालने का अधिकार भी कोर्ट के आदेश के बाद छिन गया है. शनिवार को सपा विधायक इरफान सोलंकी से मिलने बस्ती से आए दो विधायकों को जेल प्रशासन ने उनसे मिलने नहीं दिया. दोनों विधायकों ने इस पर नाराजगी जाहिर की है. इस दौरान जेल पर पहुंची सदर सीओ आभा सिंह ने दोनों विधायकों को समझाने का प्रयास किया.
'प्रजातंत्र में मिलने क्यों नहीं दिया जा रहा'
बस्ती जिले के रुधौली विधानसभा के सपा विधायक राजेन्द्र प्रसाद चौधरी ने कहा कि डेढ़ से दो घंटे से उनके विधायक इरफान सोलंकी से मिलने के लिए आए थे. लेकिन जेल प्रशासन तानाशाही रवैया अपनाते हुए मिलने नहीं दे रहा है. वे लोग खुद भी विधायक है. प्रजातंत्र में मिलने क्यों नहीं दिया जा रहा है. वे लोग हाल-चाल लेने के लिए आए थे. वे उनके परिवार और पार्टी के हैं. उनके विधायक हैं. जेल प्रशासन को प्रोटोकॉल का पालन करके उन लोगों को मिलने देना चाहिए. लेकिन वे लोग मिलने नहीं दे रहे हैं.
'इनका अपना कानून और गुंडाराज '
बस्ती के सदर विधायक महेन्द्र नाथ यादव ने कहा कि राज्यसभा के चुनाव का हवाला देकर मिलने नहीं दिया जा रहा है. इनका अपना कानून और गुंडाराज है. जबरदस्ती का काम है. ये लोग बेईमानी करके सारे चुनाव जीत रहे हैं. इसी तरह से राज्यसभा का चुनाव भी जीतना चाहते हैं. उनके परिवार, उनके वकील और उन लोगों को मिलने नहीं दिया जा रहा है. वे लोग डेढ़ से दो घंटे तक मुलाकात के लिए खड़े हैं. जेल अधीक्षक ने मिलने से इंकार कर दिया. उन्होंने डीएम से बात करने की बात कही, तो शासन में बात करने को कहा गया. इसके बाद कहा गया कि राज्यसभा चुनाव तक यानी 27 तारीख तक उनसे कोई नहीं मिल सकता है.
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