Sishamau Bypoll Election 2024: कानपुर की सीसामऊ सीट पर जीत दर्ज कर समाजवादी पार्टी अपने किले को बचाने में कामयाब रही. समाजवादी पार्टी प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने सीसामऊ सीट पर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी प्रत्याशी सुरेश अवस्थी को 8 हजार 564 वोटों के अंतर से हराया. इस जीत के साथ सोलंकी परिवार और सपा दोनों अपनी पारंपरिक सीट बचाने में कामयाब रहे.


सीसामऊ सीट पर सपा की जीत कई मायनों में खास है. मतदान के दिन पुलिस के रवैये को देखकर मतदाता और सपा समर्थक हैरान और परेशान थे. हालांकि बाद में चुनाव आयोग की फटकार और कार्रवाई के बाद पुलिस कुछ शांत हुई, इसके बाद यहां पर मतदान हुए. 






अमिताभ वाजपेयी ने ली चुटकी
इन सबके बीच सपा ने एक बार फिर सीसामऊ से जीत हासिल की है. नसीम सोलंकी की जीत के बाद कार्यकर्ताओं के बीच सपा विधायक अमिताभ वाजपेयी जश्न मनाने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि बेचारे पुलिस वाले चुनाव हार चुके हैं, इन्हें परेशान न किया जाए. 


दरअसल, उपचुनाव से पहले ही सपा विधायक अमिताभ वाजपेयी प्रशासन और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते रहे हैं. सीसामऊ सीट पर नसीम सोलंकी के जीत दर्ज करते ही अमिताभ वाजपेयी ने अपने समर्थकों के साथ नारेबाजी की और जश्न मनाया. इस दौरान मौके पर पहुंची कानपुर पुलिस ने जश्न मना रहे सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को आचार संहिता का हवाला देते हुए ऐसा करने से रोकने की कोशिश की.


'बेचारे पुलिस वाले हार चुके चुनाव'
यह देखकर विधायक अमिताभ वाजपेयी ने माइक संभाल लिया और जश्न मना रहे समर्थकों को रोक दिया. उन्होंने पुलिस वालों की मौज लेते हुए उन्हें उनकी गलती का ऐहसास कराया. विधायक अमिताभ बाजपेयी ने कहा, "बेचारे पुलिस वाले चुनाव हार चुके हैं, इनको परेशान क्यों कर रहे हो?"


विधायक अमिताभ बाजपेयी के बयान पर सपा समर्थकों ने तालियां बजाकर दाद दी. इसके बाद मौके से पुलिस वालों को बेरंग होकर लौटना पड़ा. इस घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही, जिस पर लोग पुलिस प्रशासन को ट्रोल कर रहे हैं. 


'बीजेपी का सपना रह गया अधूरा'
अपने संबोधन में विधायक अमिताभ वाजपेयी ने कहा, "इस बार बीजेपी चुनाव नहीं लड़ रही थी बल्कि ये चुनाव पुलिस, प्रशासन और सरकारी विभाग के लोग लड़ रहे थे." उन्होंने कहा, "जैसा व्यवहार सरकारी कर्मियों और चुनाव अधिकारियों ने मतदाताओं और हमारे लोगों के साथ किया है, उसका जवाब जनता ने दे दिया है. अब बीजेपी के साथ वो लोग भी हार चुके हैं, जो पार्टी बनकर सरकार के साथ चुनाव लड़ रहे थे."


सपा विधायक अमिताभ वाजपेयी ने इस जीत पर टिप्पणी करते हुए कहा कि बीजेपी ने इस सीट पर जीत का सपना देखा था, जो 22 साल पुराना है. बीजेपी ने इस उपचुनाव में अपने प्रमुख नेताओं, यहां तक कि मुख्यमंत्री की जनसभाओं और रैलियों का आयोजन किया, लेकिन परिणाम उनके पक्ष में नहीं आया. जनता ने अपना जनादेश सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी के पक्ष में दिया, जिससे बीजेपी का सपना अधूरा रह गया.


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